Vande Bharat Train: भारतीय रेलवे ने अपनी एक महत्वपूर्ण ट्रेन, वंदे भारत एक्सप्रेस की स्पीड में कटौती की घोषणा की है। निजामुद्दीन, दिल्ली से रानी कमलापति और खजुराहो वंदे भारत एक्सप्रेस की मानक स्पीड को 160 से 130 किलोमीटर प्रति घंटे कम कर दिया गया है।भारतीय रेलवे के द्वारा नई दिल्ली से आगरा के बीच कवच लगाने का काम चल रहा है।कवच सिस्टम लगाने का काम पूरा होने तक ट्रेनों की गति कम करने का निर्देश दिया गया है। रेलवे ने सुरक्षा के दृष्टिकोण से वंदे भारत ट्रेन की स्पीड कम की है।
आपको बताते चलें कि हाल ही में बंगाल में हुई ट्रेन दुर्घटना के बाद रेलवे की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई है। ट्रेन दुर्घटनाओं को रोकने के लिए रेलवे कई रूटों पर कवच सिस्टम लगाने का काम तेजी से कर रही है। रेलवे द्वारा सभी रूट और ट्रेनों को स्वदेशी टक्कर रोधी उपकरण कवच से लैस करने के काम में तेजी लाई जा रही है। इसलिए सुरक्षा कवच मिलने तक तेज गति से चलने वाली ट्रेनों की गति कम की जा रही है।
वंदे भारत एक्सप्रेस ने अपने वायदे के मुताबिक अपनी विशेषता और तेजी से यात्रा करने की क्षमता से चर्चा में आती थी, और यह स्पीड कमी का निर्णय उसके प्रदर्शन को संवेदनशील बना सकता है। इस नई गति नियम के परिणामस्वरूप यात्रियों को अपनी यात्रा की योजना में समय बदलाव करने की आवश्यकता हो सकती है। रेलवे ने यह स्पीड कमी करने का निर्णय लेते हुए उन तमाम तथ्यों का ध्यान रखा है जो यात्रियों के लिए महत्वपूर्ण हैं।
रेलवे ने दी ये अहम जानकारी
नई दिल्ली से पलवल-आगरा रेल खंड पर भी ट्रेनों की गति कम करने का निर्देश जारी किया गया है। नई दिल्ली-रानी कमलापति वंदे भारत, हजरत निजामुद्दीन-खजुराहो वंदे भारत और नई दिल्ली-वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी गतिमान एक्सप्रेस की अधिकतम गति 160 किलोमीटर प्रति घंटे है। इस रूट पर कवच नेटवर्क तैयार करने का काम चल रहा है। पलवल से आगरा के बीच लगभग 80 किलोमीटर पर यह काम पूरा हो गया है। इस पूरे रेलखंड पर काम पूरा होने तक अब इन ट्रेनों की अधिकतम गति 130 किलोमीटर प्रति घंटे करने का निर्देश दिया गया है। काम पूरा होने तक स्पीड कम ही रखी जाएगी।
निर्णय के पीछे सुरक्षा
इस निर्णय के पीछे की वजह रेलवे अधिकारियों के अनुसार, सुरक्षा और स्थिरता को ध्यान में रखते हुए किया गया है। यह नई गति का परिणामस्वरूप यात्रियों के लिए यात्रा समय में कुछ हद तक वृद्धि का कारण बन सकता है, लेकिन इससे उनकी सुरक्षा और यात्रा की अन्य महत्वपूर्ण पहलूओं को मजबूती मिलेगी।