नई दिल्ली: नेश्नल हेराल्ड मामले में राहुल गांधी से ईडी की पूछताछ के खिलाफ कांग्रेस कार्यकर्ता जमकर केंद्र सरकार पर निशाना साध रहे हैं. मंगलवार को राहुल गांधी से पांचवी बार पूछताछ की है, जिसको लेकर कांग्रेस नेता अलका लांबा ने जमकर बवाल काटा है.
कांग्रेस समर्थक राहुल से पूछताछ को लेकर जमकर आक्रोश जता रहे हैं. बता दें कि कांग्रेस कार्यकर्ता पैदल मार्च कर रहे थे. इसी दौरान पुलिस ने अल्का लांबा को रोक लिया. जिसके बाद अलका लांबा जमीन पर लेट गईं और बुरी तरह से रोने-बिलखने लगी. अलका लांबा रोते हुए जय जवान जय किसान, मेरा भारत महान…सत्याग्रह और कई तरह की बातें बड़बड़ाने लगीं. वो कह रही थीं हम निहत्थे हैं, हम शांति से प्रदर्शन कर रहे थे. यहां सड़क पर बैठना चाहते हैं. वो कह रही थीं कि मैं नहीं रो रही हूं, देश रो रहा है. मैं नहीं रो रही मेरा चोट कल ठीक हो जाएगा. लोकतंत्र में लोगों को अपनी आवाज उठाने का हक है या नहीं? अग्निपथ को लेकर देश के करोड़ों युवा सड़क पर आंदोलन कर रहे है, उनकी कोई सुनने वाला है?”
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अलका लांबा ने आगे कहा, यह कौन से संविधान में लिखा है. कैसी ट्रेनिंग इन्हें दी है, जब अग्निपथ में चार साल की ट्रेनिंग देकर बाहर भेजोगे ना तो ऐसी ही गर्दन तोड़ेंगे, या तो मेरी गर्दन टूटेगी या मैं इन्हें (पुलिसकर्मी के हाथ को) पीछे करूंगी तो कहा जाएगा कि अलका लांबा ने वर्दी पर हाथ डाला.”
बता दें कि नई दिल्ली में कांग्रेस की कार्यकर्ताओं के साथ बीच सड़क पर बैठकर हंगामा कर रही थी. जिसके कारण सड़क पर ट्रैफिक जाम होने लगा लोगों की आवाजाही में रुकावट होने लगी. अलका लांबा को पुलिस वहां से जबरदस्ती हटाने लगी जिससे धक्का-मुक्की और पुलिसकर्मियों के साथ नोकझोंक भी हो गई. पुलिस से अलका लांबा उलझ गई. रोते हुए युवाओं का दर्द बयां किया तो उठाने की कोशिश करने पर सड़क पर लेट गईं.