Vigilance Raids : फरार Ex. DFO की तलाश में विजिलेंस की छापेमारी, मेरठ में भी नहीं मिला
विजिलेंस के क्षेत्राधिकारी(Vigilance CO) अनिल गनराल का कहना है कि Ex. DFO किशनचंद विगत 20 सालों से हरिद्वार के नंद विहार, ज्वालापुर में रहे रहे हैं। उन पर भ्रष्टाचार, धोखाधड़ी, गबन व अन्य कई आरोप हैं। विजिलेंस टीम उनकी तलाश में उत्तराखंड, दिल्ली व उत्तर प्रदेश में निरंतर छापेमारी कर रही हैं। अब तक दिल्ली, गाजियाबाद, हरिद्वार, मेरठ, देहरादून में करीब दर्जन भर उनके ठहरने होने के संभावित ठिकानों पर छापे मारे गये हैं। लेकिन आरोपी Ex. DFO किशनचंद हाथ नहीं लग सका है।
नैनीताल/ मेरठ। नैनीताल की विजिलेंस ( Vigilance) टीम ने फरार Ex. DFO किशनचंद की तलाश में मेरठ में छापेमारी की। यहां उसका पैतृक निवास था, लेकिन उसके यहां लंबे समय से न आने का पता। वह मेरठ में ही हाथ नहीं लग सका।
कुमायूं विजिलेंस के क्षेत्राधिकारी(Vigilance CO) अनिल गनराल को कहना है कि किशनचंद कालागढ के टाइगर रिजर्व प्रभाग में DFO तैनात थे। उन्होने यहां तैनाती के दौरान अवैध रुप से पेड़ कटवाये, फर्जी बिलों पर ठेकेदारों को भुगतान करने व भ्रष्टाचार करके करोड़ों रुपये की कमाई करने के आरोप हैं।
उन्होने खिलाफ जांच चल रही है और कोर्ट ने Ex. DFO किशनचंद गैर जमानती वारंट भी जारी कर रखे हैं। विजिलेंस की टीम उनकी सरगर्मी की तलाश कर रही है। इसी क्रम में विजिलेंस टीम ने उनके पैतृक निवास पर छापा मारा। लेकिन यहां से भी उनके बारे ने कोई सुराग नहीं लग सका।
विजिलेंस टीम की दरोगा अनिल सिंह के नेतृत्व में मेरठ टीपी नगर पुलिस स्टेशन पहुंची। विजिलेंस टीम Ex. DFO किशनचंद के पुश्तैनी मकान मलियाना, कुआंखेड़ा और श्याम अपार्टमेंट में जाने की जानकारी दी। यहां टीम ने भाई Ex. DFO किशनचंद के जितेन्द्र के मेरठ के टीपी नगर स्थित आस्था नर्सिंग होम पर छापा मारा। लेकिन फरार Ex. DFO किशनचंद को कोई पता नहीं लग सका। जितेन्द्र ने बताया कि उनके भाई किशनचंद मेरठ लंबे समय से नहीं आये। वे परिवार के लोगों से ज्यादा मतलब नहीं रखते हैं।
विजिलेंस के क्षेत्राधिकारी(Vigilance CO) अनिल गनराल का कहना है कि Ex. DFO किशनचंद विगत 20 सालों से हरिद्वार के नंद विहार, ज्वालापुर में रहे रहे हैं। उन पर भ्रष्टाचार, धोखाधड़ी, गबन व अन्य कई आरोप हैं। विजिलेंस टीम उनकी तलाश में उत्तराखंड, दिल्ली व उत्तर प्रदेश में निरंतर छापेमारी कर रही हैं। अब तक दिल्ली, गाजियाबाद, हरिद्वार, मेरठ, देहरादून में करीब दर्जन भर उनके ठहरने होने के संभावित ठिकानों पर छापे मारे गये हैं। लेकिन आरोपी Ex. DFO किशनचंद हाथ नहीं लग सका है।
विजिलेंस क्षेत्राधिकारी (Vigilance CO) ने कहा कि अब विजिलेंस अधिकारी Ex. DFO किशनचंद की संपत्ति का ब्यौरा जुटाने में लगे हैं। Ex. DFO किशनचंद की संपत्ति को कुर्क करने किए उत्तराखंड शासन को लिखा जाएगा। यदि किशनचंद हाथ नहीं लगते हैं तो फिर उनकी संपत्ति कुर्क करने की कार्रवाई की जाएगी।