Prajwal Revanna Sex Scandal: चुनाव के बीच कर्नाटक का सेक्स स्कैंडल बीजेपी और उसकी सहयोगी पार्टी जेडीएस को कितना भारी पडेगा यह तो वक्त ही बताएगा लेकिन जिस तरह से अब बीजेपी के ऊपर सवाल उठ रहे हैं वह भी चौंकाने वाले हैं।
लोकसभा चुनाव के दौरान ही देवगौड़ा के पोते की करतूत सामने आई है। देवगौड़ा के पोते प्रज्वल रेवन्ना कोई मामूली आदमी तो हैं नहीं। वे हासन सीट से जेडीएस के सांसद हैं और अभी इस चुनाव में भी वे लड़ रहे हैं। हासन सीट पर चुनाव हो चूका है और प्रज्वल चुनाव के बाद ही जर्मनी चले गए हैं। लेकिन कर्नाटक में पुरे देवगौड़ा परिवार की प्रतिष्ठा दाव पर लग गई है। विपक्षी दल कांग्रेस काफी हमलावर हैं और जेडीएस के साथ ही बीजेपी को घेरने से बाज नहीं आ रहें है। हालत इतनी ख़राब हो गई है कि सूबे की तमाम महिला संगठन भी काफी विरोध में खड़ी हो गई है और ऊपर से राज्य महिला आयोग भी सख्त हो गई है। जाहिर है इस कांड में बहुत कुछ होना है और जब बात राजनीतिक परिवार से जुड़ा है तो कहानी और भी आगे बढ़ सकती है। कर्नाटक के इस खेल का असर दूसरे राज्यों पर भी पड़ सकता है। और खासकर बीजेपी भी इस खेल के घेरे में आती जा रही है।
यह बात और है कि बीजेपी ने इस कांड से अपना पल्ला तो झार लिया है लेकिन विपक्षी मानने को तैयार नहीं है। विपक्ष का कहना है कि बीजेपी को इस कांड की जानकारी पहले से ही थी और सब कुछ जानकार बीजेपी ने इसे छुपाने का काम किया और फिर जेडीएस के साथ गठबंधन भी किया है। विपक्ष के इस वार के बाद हालांकि बीजेपी डिफेंसिव है लेकिन अब तो कर्नाटक की महिलाये भी बीजेपी को टारगेट करने से नहीं चूक रही है। जानकार यह भी मान रहे हैं कि बीजेपी को अब यह डर सत्ता रहा है कि अगर बीजेपी का जातीय गणित अगर इस खेल में फंस गया तो बीजेपी को बड़ा नुकसान हो सकता है। यही वजह है कि बीजेपी भी काफी परेशान हो गई है। पिछले चुनाव में कर्नाटक में बीजेपी को बड़ी सफलता मिली थी। इस बार भी बीजेपी को कुछ उसी तरह की आस तो है लेकिन चुकी वहां कांग्रेस की सरकार चल रही है और फिर सेक्स कांड का असर बढ़ गया है ऐसे में बीजेपी की मुसीबत बढ़ती दिख रही है।
लेकिन सबसे बड़ी बात तो यह है कि बीजेपी अगर जानती थी कि प्रज्वल रेवन्ना ने कुछ कांड किया हुआ है तो फिर बीजेपी ने जेडीएस के साथ क्यों समझोता किया यह बड़ा सवाल है और अब विपक्ष इसी मुद्दे पर बीजेपी को घेरा रहा है। पिछले साल विधान सभा चुनाव के दौरान देवगौड़ा के बड़े बेटे एचडी रेवन्ना के खिलाफ चुनाव लाडे थे बीजेपी के नेता देवराजी गौड़ा। गौड़ा ने बीजेपी को सबकुछ प्रज्वल्ल के बारे में बता दिया था। गौड़ा ने यह भी कहा था कि रेवन्ना और प्रज्वल के खिलाफ कई महिलाओं के साथ यौन शोषण के आरोप हैं। उसके कई विडिओ भी सामने आ चुके हैं। इसके बाद भी बीजेपी के लोग चुप्पी साध कर रह गए। बीजेपी को लग रहा था कि जेडीएस के साथ समझौता करके कांग्रेस को लोकसभा चुनाव में फिर से हराया जा सकता है।
अब तो जानकार भी कह रहे हैं कि बीजेपी को रेवन्ना और प्रज्वल के बारे में सबकुछ पता था। हालांकि अभी तक इस बात की जानकारी नहीं मिली है कि बीजेपी की प्रदेश इकाई ने इस मामले की जानकारी पीएम मोदी और अमित शाह को दी थी या नहीं। लेकिन सवाल यह भी है कि क्या प्रदेश इकाई को इसका विरोध नहीं करना चाहिए था ?
प्रज्वल पर एक नहीं तीन हजार से ज्यादा महिलाओं के साथ यौन शोषण के आरोप हैं। अब तो यह भी कहा जा रहा है कि वे देश छोड़कर भाग गए हैं। फिर इतनी बड़ी घटना के बाद भी बीजेपी अबतक मौन कैसे रही ? फिर जेडीएस के साथ समझौता कैसे किया ?कई लोग कह रहे हैं कि कर्नाटक चुनाव में हार के बाद बीजेपी को लग रहा था कि अगर वोक्कालिंगा समुदाय के लोग बीजेपी के साथ नहीं आएंगे तो लोकसभा चुनाव को जितना मुश्किल होगा और यही वजह है कि बीजेपी ने जेडीएस के साथ तालमेल किया। देवगौड़ा परिवार वोक्कालिंगा समुदाय से आते हैं और इस समुदाय की वोट पर इस परिवार की काफी मजबूत पकड़ मानी जाती है। लेकिन अब कहानी जो भी हो विपक्ष इस मामले को अब तेजी से आगे भी बढ़ा रहा है और कार्रवाई भी करता दिख रहा है। ऐसे में बीजेपी की लोकसभा चुनाव में क्या स्थिति बनेगी यह तो वक्त ही बताएगा।