Weather Updates: भारत के अलग-अलग इलाकों में मानसून का आगमन हो चुका है, जिससे लोगों को गर्मी से राहत मिली है। मानसून के चलते उत्तर पश्चिम भारत से लेकर पूरब, पश्चिम और दक्षिण भारत के विभिन्न क्षेत्रों में भारी बारिश हो रही है, जिससे जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। गोवा में सुरंग में पानी भरने की वजह से कोंकण रेलवे मार्ग ठप हो गया है, जिससे कई ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं और कुछ ट्रेनों का मार्ग बदल दिया गया है। उत्तराखंड के चमोली जिले में पातालगंगा लंगसी सुरंग के पास भूस्खलन हुआ है, जिससे बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग बंद हो गया है। भूस्खलन के कारण किसी की जान जाने की खबर नहीं है। बदरीनाथ हाईवे पर पिछले दो दिनों से लगातार भूस्खलन हो रहा है। भारी बारिश को देखते हुए मौसम विभाग ने अगले चार दिन के लिए 17 राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। बिहार समेत अन्य कई राज्यों में रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
200 सड़कों पर यातायात प्रभावित
भारी बारिश अब कहर बरपा रही है। चमोली पुलिस ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर भूस्खलन का वीडियो साझा किया है, जिसमें पहाड़ी से मलबा गिरता हुआ दिख रहा है। भारी बारिश के कारण राज्य की कम से कम 200 सड़कों पर यातायात रुक गई है।
आईएमडी ने जारी किया अलर्ट
भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने गुरुवार को बिहार समेत कई राज्यों में भारी बारिश को लेकर रेड अलर्ट जारी किया है। पश्चिम बंगाल, सिक्किम और मेघालय में भारी बारिश हो सकती है। इसके साथ ही पूर्वी उत्तर प्रदेश, पूर्वी मध्य प्रदेश और गोवा में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। मध्य महाराष्ट्र और तटीय कर्नाटक में 12 से 14 जुलाई तक भारी बारिश का अनुमान है। पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली में 11 से 13 जुलाई तक तेज गरज और बिजली चमक के साथ मूसलाधार बारिश की चेतावनी दी गई है। उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख और पूर्वी राजस्थान समेत दक्षिण भारत के कुछ राज्यों में तेज बारिश की संभावना जताई गई है।
हिमाचल में 28 सड़कों पर यातायात ठप
भारी बारिश के कारण हिमाचल प्रदेश में काफी समस्याएँ हो रही हैं। हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला, मंडी, कांगड़ा, किन्नौर और कुल्लू जिलों में हल्की-हल्की बारिश हुई है, जिससे 28 सड़कों पर यातायात ठप हो गया है। इनमें आठ सड़कें मंडी की और छह शिमला की खराब हुई हैं। बारिश के कारण बिजली के 32 ट्रांसफॉर्मर और 16 जलापूर्ति परियोजनाएं भी बंद हो गई हैं।
असम में अब तक 84 मौतें
वहीं, असम में बाढ़ की स्थिति में कुछ सुधार दिख रहा है, लेकिन अभी भी असम के 26 जिलों में 17 लाख से अधिक लोग प्रभावित हैं। बाढ़ के कारण अब तक 84 लोगों की मौत हो चुकी है।