Sambhal Voilence: लाउडस्पीकर बैन हुआ तो मौलाना ने मुंह से लगाई आवाज, मस्जिद की छत पर चढ़कर की अजान
Sambhal Voilence: संभल जिले में लाउडस्पीकर प्रतिबंध के बाद एक मौलाना ने मस्जिद की छत पर चढ़कर बिना माइक के अजान दी, जिससे यह घटना चर्चा का विषय बन गई। प्रदेश सरकार द्वारा धार्मिक स्थलों पर ध्वनि प्रदूषण रोकने के निर्देश जारी किए गए हैं, जिसके तहत बिना अनुमति लाउडस्पीकर का उपयोग प्रतिबंधित है। मौलाना ने इसे धार्मिक कर्तव्य मानते हुए नया तरीका अपनाया, जिसे लेकर लोगों की मिली-जुली प्रतिक्रिया आई। प्रशासन ने मौलाना व मस्जिद कमेटी को चेतावनी दी और कानून के पालन पर जोर दिया। धार्मिक नेताओं ने संतुलित प्रतिक्रिया की अपील की, जबकि विशेषज्ञों ने नियमों के साथ धार्मिक भावनाओं के सम्मान की जरूरत बताई। फिलहाल, प्रशासन मामले को शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाने की कोशिश कर रहा है।
Sambhal Voilence: संभल जिले में लाउडस्पीकर प्रतिबंध के बाद एक अनोखा मामला सामने आया है, जहां एक मौलाना ने मस्जिद की छत पर चढ़कर बिना माइक के अजान दी। यह घटना इलाके में चर्चा का विषय बन गई है।
धार्मिक स्थलों पर लाउडस्पीकर के इस्तेमाल पर प्रशासन सख्त
प्रदेश सरकार द्वारा ध्वनि प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए धार्मिक स्थलों पर लाउडस्पीकर के इस्तेमाल को लेकर सख्त निर्देश जारी किए गए हैं। प्रशासन ने साफ कर दिया है कि बिना अनुमति के किसी भी धार्मिक स्थल पर लाउडस्पीकर का उपयोग नहीं किया जा सकता। इस आदेश के बाद कई मस्जिदों में लाउडस्पीकर हटा दिए गए हैं।
पढ़े ताजा अपडेट: Newswatchindia.com: Hindi News, Today Hindi News, Breaking
मौलाना ने मस्जिद की छत से दी अजान
इस नियम के लागू होने के बाद संभल के एक मौलाना ने लाउडस्पीकर का इस्तेमाल न करने का फैसला किया, लेकिन अजान देने के लिए उन्होंने एक अनोखा तरीका अपनाया। मौलाना मस्जिद की छत पर चढ़ गए और वहां से जोर से अजान देने लगे। उनका मानना था कि अजान देना एक धार्मिक कर्तव्य है और इसे निभाने के लिए वे किसी भी प्रकार की परेशानी उठाने को तैयार हैं।
शिवराज को विमान में मिली टूटी हुई सीट, कहा- एयर इंडिया पर भरोसा निकला भ्रम
स्थानीय लोग इस कदम से हुए प्रभावित
इस घटना को लेकर स्थानीय लोगों की मिली-जुली प्रतिक्रिया सामने आई है। कुछ लोगों ने मौलाना के इस प्रयास की सराहना की और इसे धार्मिक आस्था की मिसाल बताया, जबकि कुछ का मानना था कि इस तरह के कार्य प्रशासनिक आदेशों को चुनौती देने के समान हैं। हालांकि, इस घटना के बाद क्षेत्र में शांति बनी रही और किसी प्रकार का टकराव नहीं हुआ।
प्रशासन ने दी चेतावनी, लेकिन विवाद नहीं बढ़ा
इस मामले की जानकारी मिलने के बाद स्थानीय प्रशासन ने मौलाना और मस्जिद कमेटी को चेतावनी दी कि वे नियमों का पालन करें और कानून का उल्लंघन न करें। अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि नियम सभी धर्मों के लिए समान हैं और धार्मिक स्थलों पर ध्वनि प्रदूषण को रोकने के लिए यह कदम उठाया गया है।
धार्मिक नेताओं ने किया संतुलित प्रतिक्रिया का आग्रह
धार्मिक नेताओं ने भी लोगों से अपील की है कि वे प्रशासन के आदेशों का सम्मान करें और किसी भी प्रकार के टकराव से बचें। कई धार्मिक संगठनों ने सरकार से अनुरोध किया है कि उन्हें कम ध्वनि वाले लाउडस्पीकर उपयोग करने की अनुमति दी जाए ताकि परंपरा भी बनी रहे और प्रशासनिक नियमों का पालन भी हो।
पढ़े ताजा अपडेट: Newswatchindia.com: Hindi News, Today Hindi News, Breaking
नियमों का पालन करना जरूरी
विशेषज्ञों का मानना है कि ध्वनि प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदम सही दिशा में हैं, लेकिन इस दौरान धार्मिक भावनाओं का भी सम्मान किया जाना चाहिए। कानून सभी के लिए समान हैं, इसलिए सभी धार्मिक स्थलों को इन नियमों का पालन करना होगा।
Latest ALSO New Update Uttar Pradesh News, उत्तराखंड की ताज़ा ख़बर
आगे क्या होगा?
फिलहाल प्रशासन इस मामले को शांति से सुलझाने की कोशिश कर रहा है। यह देखना दिलचस्प होगा कि सरकार धार्मिक स्थलों को लाउडस्पीकर उपयोग के लिए कोई विशेष अनुमति देती है या नहीं। हालांकि, मौलाना द्वारा अपनाए गए इस अनोखे तरीके ने पूरे इलाके में चर्चा जरूर छेड़ दी है।
Follow Us: हिंदी समाचार, Breaking Hindi News Live में सबसे पहले पढ़ें News watch indiaपर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट न्यूज वॉच इंडिया न्यूज़ लाइवपर पढ़ें बॉलीवुड, लाइफस्टाइल, न्यूज़ और Latest soprt Hindi News, से जुड़ी तमाम ख़बरें हमारा App डाउनलोड करें। YOUTUBE National। WhatsApp Channels। FACEBOOK । INSTAGRAM। WhatsApp Channel। Twitter।NEWSWATCHINDIA 24×7 Live TV