Hathras Satsang Stampede: उत्तर प्रदेश के हाथरस में स्वयंभू संत भोले बाबा उर्फ नारायण साकार हरि के सत्संग में मची भगदड़ में अब तक 121 लोगों की जान जा चुकी है। इस हादसे की गूंज पूरे देश में सुनाई दे रही है। पीएम मोदी, सीएम योगी समेत कई नेताओं ने इस घटना पर दुख जताया है। हालांकि सत्संग का आयोजन करने वाले नारायण साकार हरि की ओर से इस घटना पर कोई बयान सामने नहीं आया है। घटना के बाद से बाबा का पता नहीं है। ऐसे में बाबा साकार हरि की लोकेशन को लेकर बड़ी अपडेट सामने आई है।
रामकुटीर आश्रम में होने की आशंका
हाथरस में हुई दुखद घटना पर पूरे देश ने अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं लेकिन भोले बाबा की ओर से अभी तक कोई बयान नहीं आया है। अभी तक मिली जानकारी के अनुसार भोले बाबा उर्फ नारायण साकार हरि हाथरस से सीधे मैनपुरी के रामकुटीर आश्रम पहुंच गए हैं। जानकारी के अनुसार इस आश्रम के बाहर निजी सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है।
आश्रम में बाहरी लोगों का प्रवेश वर्जित
जानकारी के अनुसार मैनपुरी के राम कुटीर आश्रम में किसी भी मीडियाकर्मी या बाहरी व्यक्ति का प्रवेश पूरी तरह से वर्जित कर दिया गया है। राम कुटीर आश्रम पहुंचे भोले बाबा से किसी को भी मिलने नहीं दिया जा रहा है। बताया जा रहा है कि, भोले बाबा करीब 2 से 3 बजे के बीच आश्रम पहुंचे थे, लेकिन बाहर तैनात किसी भी सुरक्षाकर्मी ने उन्हें आश्रम से बाहर आते नहीं देखा।
बाबा पर यौन शोषण और अन्य गंभीर मामलों का आरोप
संत भोले बाबा उर्फ नारायण साकार हरि बाबा अपने भक्तों से अपने बारे में कई दावे करते हैं। बाबा कासगंज के पटियाली गांव के रहने वाले हैं। उत्तर प्रदेश पुलिस में 18 साल नौकरी करने के बाद उन्होंने वीआरएस ले लिया था। बाबा का दावा है कि वीआरएस के बाद उन्हें भगवान के प्रत्यक्ष दर्शन हुए थे। इतना ही नहीं, उत्तर प्रदेश पुलिस में हेड कांस्टेबल के पद पर नौकरी के दौरान 28 साल पहले बाबा की तैनाती इटावा में भी हुई थी।