Jitan Sahani Murder Case: बिहार के पूर्व मंत्री और वीआईपी पार्टी के प्रमुख मुकेश सहनी (VIP Party chief Mukesh Sahni) के पिता जीतन सहनी (Jitan Sahani) के हत्यारे को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने पूर्व मंत्री मुकेश सहनी के पिता जीतन सहनी की नृशंस हत्या मामले (brutal murder case) को 36 घंटे के अंदर सुलझा लिया है। पुलिस ने एक आरोपी काजिम अंसारी (Accused Kazim Ansari) को गिरफ्तार कर लिया है और पूरे मामले की जड़ सूद पर लिए गए पैसों को लेकर विवाद निकला। बताया गया कि आरोपी ब्याज माफी के लिए दबाव बना रहा था और जीतन सहनी ने जमीन के कागजात भी गिरवी रख दिए थे। पुलिस ने हत्या वाली रात का पूरा सच भी बता दिया है।
सूदखोरी के विवाद में काजिम अंसारी की हत्या
पुलिस ने इस हाई प्रोफाइल हत्याकांड का खुलासा कर लिया है। जीतन सहनी हत्याकांड का मुख्य अपराधी घनश्यामपुर थाना क्षेत्र (Ghanshyampur Police Station Area) के अफजला निवासी मो. शफीक अंसारी का पुत्र मो. काजिम अंसारी (40 वर्ष) है। हत्या का कारण सूद के रूप में लिए गए पैसे का विवाद है। पुलिस मुख्यालय के अनुसार जीतन सहनी की हत्या पैसे के लेन-देन में की गई। इस हत्याकांड से जुड़ा एक सीसीटीवी फुटेज (CCTV footage) भी सामने आया है जिसमें कुछ संदिग्ध लोग कैद हुए हैं और पुलिस को यह फुटेज हत्याकांड से जुड़ा मिला है।
हत्यारा काजिम अंसारी कौन है?
डीजीपी आरएस भट्टी (DGP RS Bhatti) के निर्देश पर दरभंगा के ग्रामीण एसपी (Rural SP of Darbhanga) के नेतृत्व में गठित एसआईटी ने अपनी रिपोर्ट पुलिस मुख्यालय को भेजी। बताया गया कि जीतन सहनी हत्याकांड का मुख्य आरोपी काजिम अंसारी है जो कपड़े की दुकान चलाता था। पूंजी के अभाव में उसकी दुकान लंबे समय से बंद है। कासिम अंसारी फिलहाल बेरोजगार है और उसने जीतन सहनी से तीन किस्तों में डेढ़ लाख रुपये कर्ज लिया था। इसके लिए उसने अपनी जमीन 4 फीसदी मासिक ब्याज पर गिरवी रखी थी।
ब्याज नहीं चुकाने पर विवाद
पुलिस के अनुसार कासिम अंसारी ने स्वीकार किया है कि वह पैसे नहीं दे पा रहा था। 12 जुलाई को कासिम अंसारी अपने एक मित्र मो सितारे उर्फ छेदी जीतन मांझी के पास ब्याज की रकम कम करने और हिसाब-किताब करके गिरवी रखी जमीन वापस करने गया था। लेकिन इसी दौरान बात बिगड़ गई और कहासुनी हो गई।
हत्या वाली रात का सच
काजिम अंसारी ने बताया कि जब कोई रास्ता नहीं दिखा तो उसने अपने कुछ दोस्तों के साथ मिलकर मृतक जीतन सहनी से लोन के कागजात जबरन छीनने का प्लान बनाया। घटना की रात 10 से 11 बजे के बीच वह जीतन सहनी के घर में पीछे के दरवाजे से घुस गया। अंदर घुसने के बाद आरोपियों ने मृतक को जगाया और धमकाते हुए जमीन और लोन के कागजात मांगे। लेकिन, जीतन सहनी ने गाली-गलौज शुरू कर दी। इस पर काजिम गुस्से में आ गया और मृतक पर चाकू से हमला कर दिया। बाकी लोगों ने मृतक के हाथ-पैर पकड़ लिए। हत्या करने के बाद आरोपियों ने कागजात वाली अलमारी की चाबी ढूंढने की कोशिश की, लेकिन चाबी नहीं मिली। उन्होंने उस लकड़ी की अलमारी को पास के तालाब में फेंक दिया और फरार हो गए।