Rameshbabu Praggnanandhaa Chess Grandmaster: फिडे शतरंज वर्ल्ड कप टूर्नामेंट (FIDE World Cup Chess Tournament) के फाइनल में R Praggnanandhaa ने अपनी जगह बना ली है। उन्होंने सेमीफाइनल में वर्ल्ड नंबर 3 खिलाड़ी फाबियानो कारूआना को टाईब्रेकर में 3.5-2.5 से मात दी। अब शतरंज वर्ल्ड कप के फाइनल में प्रगनानंद का सामना विश्व नंबर 1 खिलाड़ी मैग्रेस कार्लसन से होगा। Rameshbabu Praggnanandhaa कहते हैं सफलता की कोई उम्र नहीं होती है। अगर व्यक्ति के अंदर कुछ कर दिखाने का जज्बा है तो वह अपनी मेहनत के बल पर किसी भी उम्र में सफलता हासिल प्राप्त कर सकता है।
हाल ही में ऐसा ही कुछ भारतीय ग्रैंडमास्टर आर प्रगनानंद ने कर दिखाया है। मात्र 18 साल की उम्र में जहां आम बच्चे 12वीं कक्षा पास करते हुए दिखाई देते है उसी उम्र में विश्व कप के फाइनल में एंट्री करने वाले वह दूसरे भारतीय बनकर इस जीनियस बच्चे ने इतिहास रच दिया है। आइऐ आर्टिकल के जरिए जानें कौन हैं ये भारतीय ग्रैंडमास्टर और कहां से उन्होंने शतरंज का खेल सीखा?
कौन हैं R Praggnanandhaa?
दरअसल, R Praggnanandhaa एक भारतीय शतरंज खिलाड़ी है, इनका जन्म 5 अगस्त 2005 में हुआ था। भारत के युवा ग्रैंडमास्टर रमेशबाबू प्रगनानंद ने बेहद ही कम आयु में अपने टैलेंट का लोहा मनवाया। साल 2022 में ग्रैंडमास्टर का टाइटल अपने नाम किया।
वर्ष 2013 में वर्ल्ड यूथ चेस चैंपियनशिप अंडर-8 का टाइटल अपने नाम किया था और 7 साल की उम्र में उन्होंने FIDE Master और साल 2015 में उन्होंने अंडर-10 का टाइटल भी अपने नाम किया। 10 साल की उम्र में उन्होंने इतिहास रचा। वह सबसे युवा इंटरनेशनल मास्टर क्लास चेस खिलाड़ी बने थे। उसके बाद उन्होंने साल 2017 में पहली बार ग्रैंडमास्टर का टाइटल जीता था। इसके अलावा भी वह कई रिकॉर्ड्स बेहद ही कम उम्र में अपने नाम कर चुके हैं।
R Praggnanandhaa ने किससे सीखा शतरंज का खेल?
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बता दें कि R Praggnanandhaa ने महज 3.5 साल की उम्र में शतरंज में रुचि दिखाना शुरू कर दिया था। उन्हें शतरंज का खेल अपनी बहन वैशाली से सीखा। उनकी बहन पहले से चेस की क्लास लेती थी। वह भी धीरे-धीरे इस गेम में एक इंटरनेशनल मास्टर खिलाड़ी (International master player) बन गई थी। आर्थिक तंगी के कारण R Praggnanandhaa शतरंज की कक्षा नहीं ले सके, इसके लिए वह अपनी बहन से ही शतरंज खेलना सिखते थे।
क्रिकेट के भी शौकिन हैं R Praggnanandhaa
बता दें कि R Praggnanandhaa को शतरंज के साथ-साथ क्रिकेट का भी बेहद शौक है। वह अक्सर क्रिकेट के मैच देखते रहते है। हालांकि, वह सोशल मीडिया से दूर रहना पसंद करते हैं।
अभी तक रहा धमाकेदार प्रदर्शन
बता दें कि शतरंज वर्ल्ड कप के टूर्नामेंट में 2 मुकाबलों की क्लासिकल सीरीज 1-1 की बराबरी पर खत्म हुई। इसके बाद भारतीय मास्टरमाइंड खिलाड़ी ने रोमांचक टाईब्रेकर में चतुर दिमाग की लड़ाई में अमेरिकी ग्रैंडमास्टर कारूआना को मात दी थी। वर्ल्ड कप के दौरान ही 18 वर्ष के होने वाले R Praggnanandhaa ने सेमीफाइनल से पहले दूसरे वरीय हिकारू नाकामूरा को पछाड़ा था।