मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में कौन बनेगा किंग ?
MadhyaPradesh Vidhansabha: मध्यप्रदेश में 2023 की जंग के लिए मतदान शांति पूर्ण संपन्न हो गया है। मध्य प्रदेश में विधानसभा की 230 सीटों के लिए मतदान केंद्रों पर सुबह से ही मतदाताओं की लंबी-लंबी कतारें देखी गयी। प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान सहित पूर्व सीएम कमलनाथ सहित और चर्चित हस्तियों ने भी वोट डाला। लोकतंत्र के महापर्व में राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी भी पत्नी संग शामिल हुए और पहले मतदान..फिर जलपान का अनुपालन किया।वहीं मतदाताओं ने वोट की चोट देकर प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम में कैद कर दी।
देश का दिल एमपी में आखिरकार वो पल आ गया, जिसका मतदाताओं को लंबे समय से इंतजार था..जी हां लोकतंत्र के महापर्व में मतदाताओं ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया और ईवीएम का बटन दबाकर उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में कैद कर दी। चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले मतदान, फिर जलपान की अपील की थी। जिसका असर साफ दिखाई भी दिया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान परिवार संग सीहोर जिले के बुधनी में एक मंदिर गए। जहां उन्होंने भगवान की पूजा-अर्चना की।फिर मीडिया से मुखातिब हुए। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने परिवार संग बुधनी में मतदान किया। शिवराज का दावा है कि मध्यप्रदेश में पांचवीं बार भी कमल खिलेगा। क्योंकि पूरे प्रदेश में लाडली बहनों और भाईयों का लाड़-दुलार मिला है..साथ ही युवाओं ने भी असीम प्यार बरसाया है। वहीं पूर्व सीएम कमलनाथ ने गृह जिले छिंदवाड़ा में अपना वोट डाला फिर उड़नखटोले से राजधानी भोपाल पहुंचे। जहां वो पत्रकारों से रूबरू हुए और बीजेपी पर कई गंभीर आरोप लगाए..मुरैना एसपी को बीजेपी का कार्यकर्ता करार दिया।बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बी.डी.शर्मा का दावा है कि पीसीसी चीफ और छिंदवाड़ा से कांग्रेस प्रत्याशी कमलनाथ चुनाव हार रहे हैं। वहीं छिंदवाड़ा से बीजेपी प्रत्याशी बंटी साहू ने भी जीत का दावा किया और कहा कि छिंदवाड़ा में कमल का खिलना तय है। पीसीसी चीफ कमलनाथ ने भोपाल में आयोजित प्रेस कॉंफ्रेंस में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बी.डी.शर्मा पर पलटवार किया और कहा कि 3 दिसंबर को पता चल जायेगा।कौन क्लीन बोल्ड हुआ और किसकी जीत हुई..साथ ही बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी.नड्डा पर भी तंज कसा।
मध्य प्रदेश के अलावा छत्तीसगढ़ में भी 70 विधानसभा सीटों पर वोटिंग हुई। छत्तीसगढ़ की अगर बात की जाए तो छत्तीसगढ़ को फतह करने के लिए भारतीय जनता पार्टी के नेताओं की ओर से तमाम तरह की कोशिशें की गईं हैं। कई रैलियां कीं, अब इन रैलियों का कितना असर पड़ता है इस बात का फैसला तो नतीजा आने के बाद ही हो पाएगा।
पाटन सीट
बघेल Vs बघेल
अंबिकापुर टीएस सिंह देव Vs BJP के राजेश
हेडर – बिलासपुर संभाग
सब हेडर – 2018 का रिकॉर्ड
12 सीट
कांग्रेस
7 सीट
बीजेपी
3 सीट
BSP
बहरहाल, दावों-प्रतिदावों के बीच मतदाताओं ने अपना मताधिकार का प्रयोग कर दिया है।3 दिसंबर को जब मतगणना होगी और ईवीएम का पिटारा खुलेगा।तभी पता चलेगा कि 23 के दंगल में देश के दिल एमपी में किसका हुआ मंगल ? शिवराज का या फिर कमलनाथ का।