PM Modi Resignation: PM मोदी ने अचानक से क्यों दे दिया इस्तीफा, मचा हड़कंप!
PM Modi Resignation: पीएम मोदी(PMmodi) ने बुधवार दोपहर 2 बजे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को अपना इस्तीफा सौंप दिया था। इसके साथ ही उन्होंने मंत्रिमंडल को भंग करने की सिफारिश भी की। इससे पहले मोदी मंत्रिमंडल की आखिरी बैठक सुबह 11.30 बजे हुई थी। बैठक में सरकार ने तीसरी बार जीत को लेकर धन्यवाद प्रस्ताव किया। साथ ही बैठक में 17वीं लोकसभा भंग करने की सिफारिश भी करी गई। इसके बाद मोदी राष्ट्रपति भवन पहुंचे और अपना इस्तीफा राष्ट्रपति(President) को सौंपा दिया। NDA के सभी सांसदों से एकजुटता के लिए साइन भी करवाया गया है।
जदयू प्रवक्ता केसी त्यागी ने बताया कि संसद के सेंट्रल हॉल(Central Hall) में NDA के सभी सांसदों की बैठक 7 जून को सुबह 11 बजे से होगी। लोकसभा चुनाव में भाजपा को इस बार कुल 240 सीटें ही मिलीं हैं जो कि बहुमत के आंकड़े (272) से 32 सीट कम है। हालांकि, इस बार NDA ने 292 सीटों के साथ बहुमत के आंकड़े को पार कर लिया है। चंद्रबाबू की TDP 15 सीटों के साथ दूसरी और नीतीश की JDU 12 सीटों के साथ NDA में तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बन गई है। दोनों ही पार्टियां इस वक्त भाजपा के लिए बहुत अहम हैं। इनके बिना भाजपा का सरकार बनाना इस बार मुश्किल है।
प्रधानमंत्री(Prime Minister) नरेंद्र मोदी(Narendra Modi) ने बुधवार को राष्ट्रपति (President) द्रौपदी मुर्मू(Draupdi Murmu) ने इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। राष्ट्रपति(President) द्रौपदी मुर्मू(Draupdi Murmu) ने श्री नरेंद्र मोदी(Narendramodi) और मंत्रिपरिषद से अनुरोध किया है कि वे नई सरकार के कार्यभार संभालने तक अपने पद पर बने रहें। पीएम मोदी 8 जून की शाम को लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ले सकते हैं। एनडीए (NDA) ने 292 सीटें जीतकर बहुमत का आंकड़ा पार कर लिया, लेकिन भाजपा अपने दम पर बहुमत हासिल करने से पीछे रहे गई । अगर एनडीए (NDA) सरकार बनाती है, तो मोदी पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के बाद तीसरी बार सत्ता में बने रहने वाले दूसरे नेता होंगे।
सूत्रों के मुताबिक, ‘चंद्रबाबू नायडू ने अभी तक कोई भी डिमांड(Demand) बीजेपी(BJP) के सामने नहीं रखी है। मीडिया में जो स्पीकर और अन्य मंत्रालय मांगने की बात की जा रही है, वह गलत है। चंद्रबाबू के करीबी सूत्र s कि से पता चला है कि फिलहाल NDA में वह दूसरे नंबर पर है साथ ही बीजेपी के साथ वे विधानसभा का चुनाव लड़ें हैं। अगर वे I.N.D.I.A. में गए तो सीटों की संख्या के आधार पर उनका नंबर चौथा या पांचवां होगा । उन्हें यकीन है कि अगर वे इंडिया गठबंधन के साथ सरकार बना लेते हैं, तो उसमें, छोटी-छोटी बातों पर पार्टी तोड़ने की बात होंगी जिससे इंडिया की सरकार ज्यादा दिन तक नहीं टिक पाएगी। ऐसे में वे आंध्र की सत्ता संभालेंगे भी परेशानी होगी। NDA में रहते हुए वो केंद्र में एक-दो मंत्रालय लेंगे। साथ ही आज की मीटिंग में वे आंध्र को स्पेशल स्टेटस(SpecialStatus ) वाली बात को रख सकते हैं। साथ में कुछ मंत्रालय को लेकर भी चर्चा हो सकती है।