Today Latest News Hindi CAA: केंद्र सरकार ने CAA लागू कर दिया है, जिससे की कहीं पर खुशियां हैं, तो कहीं पर विरोध के सुर देखने को मिल रहे हैं।कुछ जगहों से जश्न की तस्वीरें आ रही हैं। तो कुछ जगह लोग प्रदर्शन भी कर रहे हैं। मगर सबसे ज़्यादा विरोध विपक्षी पार्टियां कर रही हैं और पूरे मामले पर जमकर सियासत शुरू हो गई है। कांग्रेस के साथ ही टीएमसी, आम आदमी पार्टी, समाजवादी पार्टी और AIMIM जैसे सियासी दल CAA की मुखालफत का झंडा लेकर उठ खड़े हुए हैं। हीं ओवैसी एक बार फिर CAA को संविधान के खिलाफ़ करार देते हुए मुस्लिमों को दोहरे दर्जे का नागरिक बनाने की कोशिश बता रहे हैं। जबकि कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने CAA की टाइमिंग पर सवाल उठाया है। दिग्विजय सिंह के मुताबिक केंद्र सरकार CAA लागू (Today Latest CAA News) कर चुनाव प्रभावित करने की कोशिश कर रही है।
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि इतना विलंब क्यों किया? और अगर विलंब किया तो चुनाव के बाद क्या दिक्कत थी? विपक्ष के आरोपों पर गृहमंत्री अमित शाह ने दो टूक जवाब दिया.. तेलंगाना की रैली से शाह ने साफ शब्दों में कहा कि CAA कानून शरणार्थियों को सम्मान दिलाने के लिए है। सीएए से सबसे ज़्यादा किसी को मिर्ची लगी है तो वो हैं ममता बनर्जी। दीदी ने जाने कौन सा फॉर्मूला लगाकर CAA का रमज़ान कनेक्शन निकाल दिया। और इसके ज़रिए मुस्लिमों को डिटेंशन सेंटर भेजने की तैयारी बताया।
सवाल है कि ममता को CAA से इतना डर क्यों सता रहा है। दरअसल पश्चिम बंगाल में बांग्लादेश के अल्पसंख्यक शरणार्थी बड़ी संख्या में बसे हुए हैं। पश्चिम बंगाल में अनुसूचित जाति के लोग कुल आबादी का करीब 23 फीसदी है। इनमें सबसे बड़ी आबादी मतुआ समुदाय की है…बंगाल में मतुआ समुदाय के करीब 1 करोड़ वोटर हैं। मतुआ समुदाय के एक करोड़ लोग बंगाल की सियासत में बेहद निर्णायक भूमिका अदा करते हैं।
बंगाल की 6 लोकसभा सीटों पर मतुआ का सीधा असर है, यानि वो उन 6 सीटों पर हार और जीत तय करते हैं। वो हैं कूचबिहार, बर्दमान ईस्ट, बर्दमान दुर्गापुर, बांगोन, कृष्णानगर और रानाघाट सीट। 2019 में बर्दमान ईस्ट से टीएमसी जीती थी…तो बर्दमान दुर्गापुर से बीजेपी ने बाजी मारी थी।जबकि कूच बिहार और बांगोन में बीजेपी को जीत मिली थी। मुमकिन है कि चुनाव में मतुआ समाज की भूमिका को देखते हुए ममता बनर्जी को CAA लागू (Today Latest CAA News) होने से इनके छिटकने का डर सता रहा है… क्योंकि केंद्र सरकार के इस फैसले से मतुआ समाज में खुशी की ज़बरदस्त लहर है। इस बीच CAA के तहत नागरिकता के लिए भारत सरकार का indiancitizenshiponline.nic.in पोर्टल भी अब लाइव हो गया है.. यानि शरणार्थियों के आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
सीएए लागू होने के बाद हिंदुस्तान ही नहीं बल्कि पाकिस्तान में भी खुशियां मनाई जा रही हैं। पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर दानिश कनेरिया ने भी प्रधानमंत्री मोदी का धन्यवाद दिया। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्टर कर खुशियां जाहिर की औऱ कहा कि CAA को अधिसूचित करने के लिए नरेंद्र मोदी जी और अमित शाह जी को धन्यवाद। पाकिस्तानी हिंदू अब खुली हवा में सांस ले सकेंगे