UP Mathura News: यमुना में दीपदान कर विधवा माताओं ने मनाई दीवाली
Widowed mothers celebrated Diwali by donating lamps in Yamuna
UP Mathura News: अपने जीवन के अंधकार से मुक्ति के लिए वृंदावन में रहने वाली विधवा माताओं ने आज शाम वृंदावन के ऐतिहासिक केसी घाट पर यमुना नदी के तट पर दीप जलाकर दीपावली मनाई।
विभिन्न आश्रय घरों में रहने वाली विधवाओं ने यमुना किनारे रंगीन दीयों के साथ दीवाली मनायीं। आज शाम विभिन्न आश्रय गृहों में रहने वाली काफी सख्या में विधवाओं ने ऐतिहासिक केसी घाट पर एकत्रित होकर रंग-बिरंगे दीये जलाए और धूमधाम के साथ प्रकाश पर्व मनाया। मां शारदा आश्रम, तारास मंदिर, नेपाली आश्रम और पागल बाबा आश्रम में रहने वाली विधवा माताओं ने मिलकर घाट को सजाया और सैकड़ों मिट्टी के दीये जलाए। उन्होंने कृष्ण भजन गाए और अन्य भक्तों की मौजूदगी में नृत्य किया।
सदियों पुराने हिंदू समाज में विधवाओं को “अशुभ” माना जाता था और उन्हें किसी भी शुभ अनुष्ठान में भाग लेने की अनुमति नहीं थी। कुछ साल पहले तक वाराणसी और वृंदावन में रहने वाली विधवाएँ होली और दीपावली समारोहों में भाग लेने से खुद को दूर रखती थीं।
खुशी की एक किरण लाने और विधवापन की परंपरा का मुकाबला करने के उद्देश्य से, सुलभ आंदोलन के संस्थापक, प्रसिद्ध समाज सुधारक स्वर्गीय डॉ बिंदेश्वर पाठक, विशेष रूप से विधवाओं के लिए रोशनी के त्योहार को आयोजित करने के लिए इस अनूठे पहल की शुरुआत एक दशक पहले किया था। और उनके पदचिन्ह पर चलते हुए आज भि दिवाली का आयोजन किया गया।
सुलभ 2012 से वृंदावन और वाराणसी में विभिन्न आश्रमों में रहने वाली सैकड़ों विधवाओं की देखभाल करता है। यह संगठन समय-समय पर विधवाओं के लिए विभिन्न गतिविधियों का आयोजन करके उनके जीवन को बेहतर बनाने में अग्रणी भूमिका निभा रहा है।
सुलभ होप फाउंडेशन की उपाध्यक्ष विनीता वर्मा कहती हैं, नियमित आधार पर, सुलभ उन्हें अपनी दैनिक जरूरतों को पूरा करने के अलावा चिकित्सा सुविधा और व्यावसायिक प्रशिक्षण भी प्रदान करता है, ताकि वे अपने जीवन के धुंधले पड़ाव से बाहर न निकलें।