क्या गुजरात की तर्ज पर तीनों राज्यों में नए चेहरे को सीएम बनाएगी बीजेपी ?
BJP New CM Face: पांच राज्यों में चुनाव हुए तीन में बीजेपी की भारी भरकम जीत हुई। राजस्थान ,मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ बीजेपी के हवाले हुआ जबकि तेलंगाना में कांग्रेस की जीत हुई और छोटे राज्य मिजोरम में नई गठबंधन सरकार बनी। तेलंगाना में आज रेवंत रेड्डी सीएम के रूप में शपथ ले रहे हैं उनके साथ कुछ मंत्री भी शपथ ले सकते हैं। दस साल बाद तेलंगाना में सत्ता परिवर्तन हुआ है। पहले यहां केसीआर की सरकार थी। हालिया चुनाव में रेवंत रेड्डी की अगुवाई में कांग्रेस को जीत हासिल हुई है। दक्षिण भारत में यह कांग्रेस की दूसरी जीत ही। इससे पहले कर्नाटक में उसे जीत मिली थी।
Also Read: Latest Hindi News Political News । BJP New CM Face In Hindi
लेकिन बड़ा सवाल तो यही है कि हिंदी पट्टी के तीन बड़े राज्यों में बड़ी जीत हासिल होने के बाद भी बीजेपी अभी तक सीएम के बारे में निर्णय क्यों नहीं ले पा रही है ? बीजेपी की दुविधा आखिर क्यों बढ़ती जा रही है ? बीजेपी का शीर्ष नेतृत्व लगातार पीएम आवास पर बैठक तो कर रहा है लेकिन कुछ सूझ नहीं रहा। बीजेपी की दुविधा यही है कि तीनो राज्यों में सीएम के कई -कई उम्मीदवार हैं। एक को सीएम बनाया गया तो दूसरे नाराज हो सकते हैं। और सबसे बड़ी बात तो यह है कि आगामी लोकसभा चुनाव में सीट जिताने की सबसे बड़ी चुनौती भी बीजेपी के लिए है। बीजेपी के आला नेता यही चाहते हैं कि तीनो राज्यों में उसी के हाथ में कमान दी जाये जो निर्विवाद हों। जो जनता के बीच रहते हों और जीना जनता के प्रति सोंच भी हो। जनता भी जिनपर यकीन करती हो और विपक्ष को मात देने की क्षमता भी जिसके पास हो। हालांकि राजनीति के ये सारे गन अब एक ही नेता में नहीं मिलते लेकिन बीजेपी इन्ही मापदंडो पर नेताओं को परख रही है। कुल मिलाकर प्रधानमंत्री आवास पर हुई बैठक में यही तय हुआ कि तीनो राज्यों में युवा नेतृत्व के हाथ में कमान दी जाए। ऐसे नेता के हाथ में कमान दी जाए जो आने वाले दो से तीन दसाहक तक पार्टी का चेहरा बना रहे। कह सकते हैं गुजरात की तर्ज पर नए चेहरों को आगे किया जाए और बीजेपी को भी उसी तर्ज पर आगे बढ़ाया जाए।
Read More News: Latest Political News Today in Hindi | Political Samachar in Hindi
सबसे बड़ी बात तो ये है कि जिन सांसदों को विधान सभा चुनाव में उतरा गया था उनमे से 11 सांसद चुनाव जीत कर आये हैं। दस सांसदों की हार भी हुई है। हारे सांडों की अगली राजनीति क्या होगी यह तो वक्त बतायेगा लेकिन जिन सांसदों की जीत हुई है अब शायद ही उन सीएम की कुर्सी पर बैठाया जायेगा। जीते सभी सांसदों ने संसद से इस्तीफा दे दिया है। उन्हें पार्टी की तरफ से यही कहा गया है कि वे अपने इलाके में जाए और लोकसभा की तैयारी करें। लोगो से मिले और प्रदेश की बिहारी के लिए काम करें। साफ़ है कि बुजुर्ग नेताओं पर अभी बीजेपी कोई बड़ा दाव नहीं लगाने जा रही है। हालांकि विधान सभा चुनाव को जीते कई सांसदों को लग रहा है कि अंत समय में उन्हें कोई बड़ा उपहार मिल सकता है। लेकिन सवाल है कि ये उपहार एक को ही क्यों मिलेंगे ? सभी तो सांसद ही रहे हैं और सभी बीजेपी के बड़े नेता ही है।
Read Here : Latest Hindi News Sports News | Sports News Samachar Today in Hindi
बीजेपी एक या दो दिनों के भीतर बड़ा फैसला ले सकती है। तीनो राज्यों में नए चेहरे की तलाश की जा रही है और फिर यह भी तय किया गया है कि तीनो राज्यों में इस बार उपमुख्यमंत्री का पद भी दिया जाएगा। छत्तीसगढ़ केबारे में यह भी कहा जा रहा है कि इस बार किसी आदिवासी चेहरे पर दाव लगाया जा सकता है जबकि राजस्थान में दिया कुमारी और राज्य वर्धन सिंह राठोड के बारे में बीजेपी कुछ अलग तरह से सोंच रही है। आगे क्या कुछ फैसला होता है यह देखना होगा लेकिन जो कुछ भी होगा वह गुजरात मॉडल के अनुरूप ही होगा।