Loan: कर्ज मे डूबी महिला, किडनी बेचकर करेंगी अदा! कलेक्टर दफ्तर में लगाए पोस्टर, क्या हैं पूरा मामला ?
Nanded Kidneys Sell Posters News: नांदेड़ में साहूकार के कर्ज से किसान परेशान हैं। आलम यह है कि अपनी असमर्थता के कारण महिला ने अपने पति और बच्चों के साथ अपनी किडनी बेचने का फैसला किया। महिला ने इसका पोस्टर कलेक्टर के ऑफिस में चिपका दिया है।
एक परिवार ने अपने घर के सभी लोगों की किडनी (kidney) बेचने का पोस्टर छपवा दिया है. ये पोस्टर (poster) नांदेड़ के कलेक्टर ऑफिस के ठीक बाहर चिपकाए गए थे. अब पोस्टर देखने के बाद लोगो में हड़कंप मच गया है. पुलिस (police) ने भी इस केस की जांच पड़ताल शुरू कर दी है. पुलिस ने परिवार के सभी सदस्य के बयान दर्ज (Nanded Kidneys Sell Posters News) किया है. बताया जा रहा है कि मामला कई वर्ष पुराना है. उपचार के लिए गया कर्ज चुकाया नहीं गए तो साहूकारों ने दबाव बनाना शुरू कर दिया. अब परिवार के सभी सदस्य परेशान है क्योंकि उसके पास पैसे नहीं हैं. एक लेटर के माध्यम से महाराष्ट्र की सरकार (Nanded Kidneys Sell Posters News) से भी अपील की गई है.
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दरअसल महाराष्ट्र के नांदेड़ जिले में अजीबो गरीब मामला सामने आया है। नांदेड़ की एक महिला ने साहूकार का कर्ज चुकाने के लिए 5 किडनी बेचने का पोस्टर लगाया है। ये पोस्टर कलेक्टर कार्यालय (Nanded Kidneys Sell Posters News) की दीवार पर चिपकाए गए हैं। इतना ही नहीं महिला ने सूदखोरों के डर से 2 साल से अपने परिवार के साथ अपना घर भी छोड़ दिया है। कलेक्टर कार्यालय की दीवार पर लगा यह पोस्टर (Nanded Kidneys Sell Posters News) हर किसी का ध्यान अपना ओर खींच रहा है।
इस कारण से लिया गया था कर्ज
जानकारी के मुताबिक बता दें, नांदेड़ जिले के मुद्खेद तालुका के वैवरादाद की महिला किसान सत्यभामा बालाजी कुंचलवार ने यह पोस्टर लगाया है। उनके परिवार में पति, 2 बेटे और 1 बेटी सहित 5 सदस्य हैं। सबसे बड़े बेटे ने 10वीं, दूसरे बेटे ने 7वीं और बेटी ने 5वीं तक पढ़ाई की है। वैवरादाद में उनका 7 एकड़ का खेत है। 3 साल पहले उसने मुद्खेद के एक निजी साहूकार से 2 लाख रुपये कर्ज (Nanded Kidneys Sell Posters News) लिया था। इस बीच उसने कुछ पैसे चुका दिये थे। लेकिन कोरोना लॉकडाउन के दौरान सब कुछ बंद हो गया। खेती से ज्यादा आमदनी नहीं होती थी। सत्यभामा ने कहा कि इस वजह से वह लिया गया कर्ज नहीं चुका सकीं।
कर्ज न चुका पाने से छोड़ा गांव
महिला ने बताया कि कर्ज न चुका पाने के कारण वे साहूकारों की तरफ से प्रताड़ित किए जा रहे हैं और गांव छोड़कर चले गए हैं। साथ ही यदि दूसरों को खेती की अनुमति (Nanded Kidneys Sell Posters News) दी जाती है तो उन लोगों को भी साहूकारों की तरफ से परेशान किया जा रहा है। इसी बीच उनके एक बेटे को सांप ने काट लिया। उन्होंने मुंबई में उनका इलाज कराया । यहां वे मजदूरी कर अपना जीवन यापन कर रहे हैं। सत्यभामा लोगों के घर बर्तन धोती हैं और बच्चे भी छोटा-मोटा काम (Nanded Kidneys Sell Posters News) करते हैं। उनकी पढ़ाई अब बंद हो गई है। साथ ही उनके पति बालाजी की हालत काम करने लायक नहीं है। उनका मानसिक संतुलन भी बिगड़ जाता है। जिसके बाद उन्हें सही होने में अधिक समय लग जाता है।
क्या लिखा था पोस्टर पर?
पोस्टर पर लिखा हुआ था कि 5 किडनी बेचनी है, संपर्क के लिए मोबाइल नंबर भी नीचे अंग्रेजी में लिखा है। यहं बात मराठी और अंग्रेजी दोनों भाषा में लिखी गई (Nanded Kidneys Sell Posters News) है।
साहूकारों के डर से गांव छोड़ दिया
महिला ने कहा कि कर्जदार को भुगतान करना हमारा (Nanded Kidneys Sell Posters News) काम है। मरने के बजाय एक किडनी बेचें और एक किडनी पर जियें। मैं अपने बच्चों को पढ़ाना चाहती हूं। परिवार में 5 लोग हैं। इनमें से जिनकी किडनी मरीज के लिए सही हो उन्हें बेचा जाना है। उस पैसे से साहूकार को भुगतान करना होगा। मैं नांदेड़ आऊंगी और सब कुछ विस्तार से बताऊंगी। आप मेरी मदद करें सत्यभामा बालाजी कुंचलवार ने कहा कि साहूकारों के डर से उन्होंने गांव छोड़ दिया है और वे अपनी जान की (Nanded Kidneys Sell Posters News) मोहताज हैं।