कोलकाता: मंगलवार को यहां जोका ईएसआई अस्पताल में एक महिला का भ्रष्ट टीएमसी नेता को देखकर अचानक गुस्सा फूट पड़ा। जैसे ही महिला का पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी से सामना हुआ, वह अपने गुस्से का नहीं रोक पायी और उसने विरोधस्वरुप अपने पैरों से दोनों चप्पल निकालकर पार्थ के ऊपर फेंककर मारे, लेकिन पूर्व मंत्री के उस समय कार में बैठे होने के कारण चप्पल उन्हें नहीं लगीं। महिला को इस बात का अफसोस रहा कि चप्पल पार्थ चटर्जी के सिर पर नहीं पड़ सकी। उसका कहना था कि यदि चप्पल पार्थ के सिर पर पड़तीं, तो उसके दिल को बहुत शांति मिलती।
पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी व अर्पिता को मंगलवार को जोका ईएसआई अस्पताल में मेडिकल जांच के लिए लाया गया था। पार्थ पर चप्पल फेंकने वाली महिला का नाम शुभ्रा घरवी है। घरवी की रहने वाली शुभ्रा गृहणी है। शुभ्रा भी अस्पताल में अपने स्वास्थ्य की जांच कराने आयी थी। जब उसने पार्थ को अस्पताल लेकर आने वाली गाड़ियों के काफिले और सुरक्षा में केन्द्रीय पुलिस बल को देखा तो उसका गुस्सा फूट पड़ा। शुभ्रा का कहना है कि पार्थ ने गरीब को पैसों से फ्लैट खरीदे हैं। 50 करोड़ की नकदी मिलने के बावजूद उसे लग्जरी कार से अस्पताल लाया गया है, जबकि हमें ठीक से चिकित्सक भी नहीं मिल रहे हैं। महिला को पार्थ पर इसी बात के लेकर गुस्सा था।
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बता दें कि अदालत के आदेश पर इन दोनों को ईडी रिमांड अवधि तक हर 48 घंटे के बाद मेडिकल जांच के लिए लाया जाता है। मंगलवार को पार्थ ने ईडी द्वारा बरामद की गयी करीब 50 करोड की नकदी और 5 करोड़ के आभूषणों को अपने न होने की बात कही। उधर पार्थ की सहयोगी अभिनेत्री अर्पिता चटर्जी का कहना है कि बरामद रकम से उसका कोई लेना देना नहीं है। अब सवाल है कि यदि 50 करोड़ यदि इन दोनों के नहीं है, तो फिर ये 5 करोड़ के गहने व 50 करोड़ की नकदी किसकी है, इस मामले में कई और नेताओं के नाम आ सकते हैं।