Pitru Paksha: पितृ पक्ष हर साल भाद्रपद माह की प्रतिपदा तिथि से आरंभ होता है। इन दिनों अपने पूर्वजों के नाम से श्राद्ध किया जाता है। साथ ही पितर पक्ष में घर की महिलाओं को कुछ बातों का ख्याल रखना चाहिए। आइए जानते हैं महिलाओं को श्राद्ध के दौरान किन 6 कार्यों को करने से बचना चाहिए।
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पितृ पक्ष (pitru paksh) 15 दिन तक चलता है शास्त्रों के अनुसार, पितृपक्ष के दिन पितरों का श्राद्ध और तर्पण करने के लिए काफी अच्छा रहता है। भाद्रपद माह की प्रतिपदा तिथि से पितृ पक्ष का आरंभ होता है। इस बार पितृ पक्ष का आरंभ 29 सितंबर पूर्णिमा (purnima) तिथि के दिन से हो रहा है और 14 अक्टूबर को इसका समापन हो जाएगा। इस दौरान घर की महिलाओं को कुछ बातों का खास ख्याल रखना चाहिए है। वरना आपके पूर्वज आप से नाराज हो सकते हैं। आइए जानते हैं पितृपक्ष में क्या करें क्या न करें।
पितृपक्ष में इन 6 बातों का खास ध्यान रखें महिलाएं
- पितृ पक्ष (pitru paksh) में महिलाओं को शाम के समय दिया जरूर जलाना चाहिए। ध्यान रखें की पितृ पक्ष में रोजाना एक दिया दक्षिण दिशा की तरफ करके घर के बाहर रख दें। जो लोग फ्लैट आदि में रहते हैं वह अपने घर की बालकनी में दक्षिण दिशा (south direction) में करके दिया जला सकते हैं।
- पितृ पक्ष में आपको इस बात का खास ध्यान रखना चाहिए की घर परिवार में वाद विवाद करने से बचें। महिलाएं प्रयास करें की वह अपने परिवार में तालमेल बनाए रखें।
- महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान श्राद्ध तर्पण का खाना न बनाए। यदि घर में कोई अन्य महिला है तो आप उनसे बनवा सकती हैं। या फिर घर का लड़का भी खाना बना सकता है।
- पितृ पक्ष के दौरान शाम के वक्त घर में झाड़ू या अन्य साफ सफाई का कार्य बिल्कुल भी न करें।
- पितृ पक्ष (pitru paksh) में हर दिन जब भी खाना बनाएं उसमें से एक हिस्सा पहले ही निकालकर पितरों के नाम से गाय को जरूर खिला दें। ऐसा आपको हर तीथि पर करना जरुरी है।
- जिस भी दिन पितृपक्ष में श्राद्ध या तर्पण की तिथि हो उस दिन पितरों की पसंद का खाना आवश्य बनाएं।