धर्म-कर्म

पितृपक्ष में खरीदारी करना क्यों है वर्जित, जानें क्या हैं शास्त्रों में नियम

Pitru Paksha Shoping: पितृपक्ष की शुरुआत 29 सितंबर से हो रही है और समापन 14 अक्टूबर को होगा। इन 16 दिनों की अवधि में लोग अपने पूर्वजों का श्राद्ध करते हैं और उनके लिए तर्पण करते हैं। इस दौरान नई वस्तुओं को खरीदना अशुभ मानते हैं। आइए जानते हैं पितृपक्ष (Pitru Paksha ) में क्यों नहीं खरीदनी चाहिए नई चीजें और क्या कहती हैं मान्यताएं।

Pitru Paksha

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पितृपक्ष में नई वस्तु खरीदना क्यों है वर्जित

पितृपक्ष का इस बार 29 सितंबर से आरंभ हो रहा है। धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक पितृपक्ष (Pitru Paksha ) 16 दिनों की वह अवधि होती है जिसमें हम अपने मृत्यु लोक को जा चुके पूर्वजों को याद करके उनका नमन करते हैं। पितरों की आत्मा की शांति के लिए उनका श्राद्ध करते हैं और उनके लिए पिंडदान व तर्पण करते हैं। इसलिए ऐसा कहा जाता है कि नई वस्तुओं को खरीदने और उनका उपभोग करने से हमारा ध्यान पितरों से भटक जाता है और इस कारण से पितरों की आत्मा को कष्ट होता है। आइए आपको इस बारे में विस्तार से बताते हैं कि पितृपक्ष (Pitru Paksha ) में क्यों नहीं करनी चाहिए नई वस्तुओं की खरीदारी।

पितृपक्ष को लेकर लोगों के मन में यह धारण बनी होती है कि यह एक अशुभ वक्त है। इन दिनों में कुछ भी खरीदने से अशुभ प्रभाव पड़ता है। ऐसा माना जाता है पितृपक्ष (Pitru Paksha ) में नई वस्तुओं को खरीदने से पितर नाराज होते हैं। ऐसी भी मान्यता है कि पितृपक्ष (Pitru Paksha ) में खरीदी गई वस्तुएं पितरों को समर्पित होती हैं इसलिए उन वस्तुओं में प्रेतों का अंश होता है। इन वस्तुओं को जीवित लोगों के लिए उपयोग करना सही नहीं होता है। इसी कारण से पितृपक्ष में लोगों का काम धंधा मंदा पड़ जाता है। हालांकि शास्त्रों में इस बारे में कुछ भी नहीं बताया गया है कि श्राद्ध पक्ष में खरीदारी करनी चाहिए या नहीं।

श्राद्ध पक्ष नहीं है अशुभ

जहां कुछ लोग श्राद्ध पक्ष में शॉपिंग (Pitru Paksha Shoping) करना सही नहीं मानते, वहीं कुछ लोगों का मानना है कि श्राद्ध अशुभ नहीं होता है। कुछ लोग मानते हैं कि श्राद्ध पक्ष गणेश चतुर्थी और नवरात्र के बीच में पड़ते हैं, इसलिए ये बिल्कुल भी अशुभ नहीं होते। लोगों की धारणा यह भी है कि श्राद्ध पक्ष में उनके पितर धरती पर आते हैं और अपनी संतान को सदैव सुखी और संपन्न रहने का आशीर्वाद देते हैं। इसलिए यदि आप पितृपक्ष (Pitru Paksha Shoping) में नई वस्तुएं खरीदकर लाते हैं तो उनको देखकर आपके पूर्वज प्रसन्न होते हैं और इससे उनको यह समझ आता है कि उनकी संतान धरती पर सुखी हैं।

इन वस्तुओं की न करें खरीदारी

पितृपक्ष में नए कपड़ों और नए गहनों की खरीदारी नहीं करनी चाहिए। इसके अलावा आप चाहें तो नया मकान, प्लॉट, फ्लैट और नई गाड़ी खरीद सकते हैं। पितृपक्ष (Pitru Paksha Shoping) में इन चीजों को खरीदने से पितृ गण प्रसन्न होते हैं। माना जाता है कि पूर्वज अपनी संतान की उन्नति को देखकर प्रसन्न होते हैं। इसलिए अगर आपको कुछ जरूरी चीजें खरीदनी हैं तो पितृपक्ष (Pitru Paksha Shoping) में भी खरीद सकते हैं।

Prachi Chaudhary

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