Muslim womens fake voting News Bihar: लोकसभा चुनाव के निर्णायक चरण में पहुंचने के साथ ही सात चरणों में से केवल दो चरण ही मतदान के लिए बचे हैं, ऐसे में बिहार के दरभंगा से फर्जी वोटिंग की एक घटना सामने आई है। पुलिस ने बुर्का पहनकर फर्जी वोट डालने की कोशिश कर रही तीन महिलाओं को हिरासत में ले लिया। महिलाओं को हिरासत में लिए जाने के बाद रात 2 बजे मुस्लिमों की भीड़ थाने पर इकट्ठा हो गई और तब तक उत्पात मचाती रही जब तक महिलाओं को जबरन मुक्त नहीं कर दिया गया।
थाना परिसर में जश्न
जब महिलाओं को पुलिस हिरासत से रिहा किया गया तो भीड़ ने थाना परिसर में जश्न मनाया। पुलिस ने घटना के सिलसिले में 24 पहचाने गए और 130 अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।
अपराधियों को पकड़ने के लिए पुलिस की छापेमारी
20 मई, 2024 के वीडियो फुटेज में दिखाया गया है कि कैसे एक भीड़ ने चुनाव आयोग और कानून प्रवर्तन को कमजोर कर दिया। मधुबनी लोकसभा क्षेत्र के दरभंगा जिले के देउड़ा बंधौली स्थित मतदान केंद्र संख्या 85 पर बुर्का पहने कुछ महिलाएं फर्जी वोट डालते पकड़ी गईं। संदिग्ध पुलिस अधिकारियों ने जांच की और एक मुस्लिम पुरुष और तीन मुस्लिम महिलाओं को हिरासत में ले लिया, जिससे बूथ पर अराजकता फैल गई। पुलिस ने चारों को थाने में हिरासत में ले लिया।
शाम को करीब 150 मुसलमान थाने पर खबर फैलते ही जमा हो गये। कई राजनेता भी पहुंचे। थाना प्रभारी ने बताया कि कानूनी प्रक्रिया और पूछताछ जारी है, लेकिन भीड़ संतुष्ट नहीं है। लगभग 150 मुसलमानों ने समुदाय के और अधिक सदस्यों को इकट्ठा करके स्टेशन पर उत्पात मचाना शुरू कर दिया।
रात के 2 बजे वे जाले थाने से चार फर्जी वोटरों को जबरन छुड़ा ले गये और जश्न मनाया। भीड़ ने थाने में भी हंगामा किया और कई लोग वहां जश्न मनाते नजर आए। पुलिस की संख्या कम थी और पुलिस कुछ नहीं कर सकी क्योंकि भीड़ चार फर्जी मतदाताओं को उठा ले गई।
खबर मिलने के तुरंत बाद ही दरभंगा के पुलिस अधीक्षक जगुनाथ रेड्डी, सिटी एसपी शुभम आर्य, एसडीपीओ और सदर एसडीओ स्टेशन पहुंचे। सीसीटीवी फुटेज की समीक्षा की गई और 24 पहचाने गए व्यक्तियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी, इनमें फर्जी मतदाता भी शामिल हैं।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी का बयान
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जगुनाथ रेड्डी ने एक समातार एजेंसी को बताया कि चुनाव के दिन फर्जी मतदान के आरोप में चार लोगों को हिरासत में लिया गया है। सेक्टर अधिकारी द्वारा जाले पुलिस स्टेशन में एक औपचारिक शिकायत दर्ज की गई थी। पूछताछ के दौरान 130-140 लोगों की भीड़ जबरन बंदियों को छुड़ा ले गई। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर, 24 व्यक्तियों की पहचान की गई और उन्हें एफआईआर में नामित किया गया, जिसमें अतिरिक्त 130 अज्ञात व्यक्ति शामिल थे।
यह घटना एक कांग्रेस नेता द्वारा एक विशेष समुदाय के मतदाताओं से ‘वोट जिहाद’ करने की कथित अपील के कुछ दिनों बाद हुई। इस घटना पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने कांग्रेस पर निशाना साधा है।