Animal Breeds Development: ‘भारत में पशु नस्लों के विकास’ पर कार्यशाला का आयोजन, सीएम योगी ने किया उद्घाटन
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 'भारत में पशु नस्ल विकास' विषय पर कार्यशाला का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि किसानों की समृद्धि के बिना समृद्धि नहीं आ सकती। दुग्ध उत्पादन में उत्तर प्रदेश शीर्ष पर है। राज्य में 14 लाख से अधिक पशुओं की देखभाल की जा रही है। सरकार पशुओं को एफएमडी मुक्त बनाकर पशुपालकों के जीवन में समृद्धि लाने में योगदान देगी।
Animal Breeds Development: राजधानी लखनऊ में शनिवार, 12 जुलाई को ‘भारत में पशु नस्लों का विकास’ विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान के हॉल में कार्यशाला का आयोजन किया गया। सीएम योगी आदित्यनाथ ने इसका उद्घाटन किया। साथ ही, पशुपालन अवस्थापना विकास निधि के अंतर्गत गोरखपुर के कृत्रिम गर्भाधान प्रशिक्षण संस्थान और यूपी की तीन परियोजनाओं (अमेठी, बरेली और मथुरा) का बटन दबाकर उद्घाटन किया। अतिथियों ने एक पुस्तिका का विमोचन भी किया। कार्यक्रम में योगी सरकार में पशुपालन, डेयरी विकास एवं राजनीतिक पेंशन विभाग के मंत्री धर्मपाल सिंह, केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह, केंद्रीय राज्य मंत्री एसपी सिंह बंगहेल, केंद्रीय राज्य मंत्री जॉर्ज कुरियन मौजूद रहे।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भारत एक कृषि प्रधान देश है। किसान की समृद्धि के बिना समृद्धि संभव नहीं है। भारत में कृषि और पशुधन आपस में जुड़े हुए हैं। अन्नदाता किसान के घर में पशुधन होगा और पशुपालक भी खेती से जुड़ा रहेगा। इन दोनों के आपसी संबंधों को ध्यान में रखते हुए, प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में 11 वर्षों में किसानों की समृद्धि और खुशहाली के लिए उठाए गए कदम अत्यंत महत्वपूर्ण और सराहनीय हैं। डबल इंजन सरकार की ऊर्जा का लाभ उत्तर प्रदेश को मिला है। दुग्ध उत्पादन में उत्तर प्रदेश देश में नंबर वन है।
पढ़े ताजा अपडेट: Newswatchindia.com: Hindi News, Today Hindi News, Breaking
कई स्थानीय नस्लें लुप्तप्राय हैं
सीएम योगी ने एफएमडी (खुरपका-मुंहपका रोग) रोग की चुनौतियों का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि एफएमडी के लिए टीकाकरण कार्यक्रम शुरू हुआ, लेकिन फिर बीच में ही बंद कर दिया गया। पशुधन पर जलवायु क्षेत्र, उसके पालन-पोषण, रखरखाव, नस्ल का भी असर पड़ता है। यूपी के अलग-अलग इलाकों में मवेशियों की अलग-अलग नस्लें देखने को मिलेंगी। जिन्होंने स्थानीय स्तर पर देसी तरीकों से नस्ल सुधारने की कोशिश की, उन्हें अच्छी नस्ल बढ़ाने में सफलता मिली है। जो कोशिश नहीं कर पाए, वहां पशुधन काफी पिछड़ा रहा। आज के समय में कई स्थानीय नस्लें विलुप्त होने के कगार पर हैं। अगर हम उन पर ध्यान दें, तो हम पशुपालकों को स्थायी समृद्धि प्रदान कर सकते हैं।
सीएम ने आगे कहा कि यूपी में झांसी की बलिनी, गोरखपुर, आगरा, काशी समेत पांच दुग्ध उत्पादक काम कर रहे हैं। लाखों महिलाएं इससे जुड़ी हैं, जो समितियों के माध्यम से दुग्ध संकलन और स्वावलंबन का लक्ष्य हासिल करती हैं। वे पशुपालन की अच्छी नस्ल की भी चिंता करती हैं।
Latest ALSO New Update Uttar Pradesh News, उत्तराखंड की ताज़ा ख़बर
10 हज़ार से ज़्यादा परिवारों को दी गई एक-एक गाय
सीएम ने तीन योजनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि सरकार निराश्रित गोशाला के जरिए 12 लाख गायों की देखभाल करती है। दूसरी योजना सहभागिता योजना के जरिए शुरू की गई है। हम किसी भी पशुपालक को अधिकतम चार गायें देते हैं। उनकी देखभाल के लिए हर महीने प्रति गाय 1500 रुपये दिए जाते हैं। इनमें से दो लाख से ज़्यादा पशुधन सवा लाख किसानों के पास हैं। तीसरी योजना- निराश्रित गोशाला से हम कुपोषित परिवारों को गाय देते हैं। 10 हजार से अधिक परिवारों को एक-एक गाय दी गई है। गोमाता की सेवा के लिए हर महीने 1500 रुपये दिए जाते हैं। इसके जरिए गोवंश के संरक्षण और संवर्धन को बढ़ाने का काम किया जा रहा है।
Follow Us: हिंदी समाचार, Breaking Hindi News Live में सबसे पहले पढ़ें News watch indiaपर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट न्यूज वॉच इंडिया न्यूज़ लाइवपर पढ़ें बॉलीवुड, लाइफस्टाइल, न्यूज़ और Latest soprt Hindi News, से जुड़ी तमाम ख़बरें हमारा App डाउनलोड करें। YOUTUBE National। WhatsApp Channels। FACEBOOK । INSTAGRAM। WhatsApp Channel। Twitter।NEWSWATCHINDIA 24×7 Live TVलाइफस्टाइल, न्यूज़ और Latest soprt Hindi News, से जुड़ी तमाम ख़बरें हमारा Aopp डाउनलोड करें। YOUTUBE National। WhatsApp Channels। FACEBOOK । INSTAGRAM। WhatsApp Channel। Twitter।NEWSWATCHINDIA 24×7 Live TV