World Mental Health Day: मानसिक स्थिति से परेशान है दुनियाभर के कई लोग, हर साल लाखों लोग कर लेते है सुसाइड
नई दिल्ली: दुनियाभर में 10 अक्टूबर को मानसिक स्वास्थ्य दिवस (World Mental Health Day) मनाया जाता है. कोरोना वायरस महामारी के बाद लोगों का मानसिक स्वास्थ्य प्रभावित हुआ है. आज के जमाने में फिजिकल फिटनेस को लेकर लोगों में काफी क्रेज देखने को मिल रहा है.सेलिब्रिटीज से लेकर आम लोग आम लोग फिजिकल एक्टिविटीज को लेकर जागरूक हुए है.
साल 1992 में विश्र्व मानसिक सेहत दिवस
कोरोना महामारी के बाद से तो मानसिक रोगों से जूझ रहे लोगों की संख्या बहुत तेजी से बढ़ रही है, बच्चे भी इस बीमारी से अछूते नहीं रह गए है. 2021 की एक रिपोर्ट के मुताबिक, देश में तकरीबन 14 फीसदी बच्चे भी अवसाद में जी रहे हैं. तो इस दिन को इतने बड़े स्तर पर मनाने का सिर्फ और सिर्फ उद्देश्य लोगों के बीच मानसिक सेहत के प्रति जागरूकता फैलाना है. देश में लगभग 14 फीसदी बच्चे अवसाद में जी रहे है. संयुक्त राष्ट्र संघ ने साल 1992 में विश्र्व मानसिक सेहत दिवस (World Mental Health Day) मनाने की शुरुआत की थी.
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इस दिन को मनाए जाने की सलाह साल 1994 में संयुक्त राष्ट्र के तत्कालीन महासचिव यूजीन ब्रॉडी ने दी थी. विश्वस्तर पर इस दिन को मनाए जाने का मकसद लोगों को मानसिक सेहत के प्रति जागरुक करना है. इसे हर साल एक थीम के साथ सेलिब्रेट किया जाता है. हर साल इस दिन को एक नई थीम के साथ मनाया जाता है. इस साल की थीम है ‘मानसिक स्वास्थ्य कल्याण को वैश्र्विक प्राथमिकता बनाएं.
आपको जानकर हैरानी होगी कि मेंटल हेल्थ को नजरअंदाज करना जानलेवा हो सकता है. कई सेलिब्रिटीज भी पिछले कुछ समय में इस गलती की वजह से जान गंवा चुके हैं.
मेंटल हेल्थ का कैसे रखें ख्याल
हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाएं
खुश रखने की कोशिश करें
पर्याप्त नींद लेना बेहद जरूरी
पॉजिटिव सोच रखनी चाहिए
योग और मेडिटेशन करें
परिवार के साथ वक्त बिताएं
अपने पसंदीदा काम करें
तनाव को खुद पर हावी न होने दें.
स्ट्रैस फ्री रहने के लिए वो काम करें जो आपको पसंद है.
मेंटल हेल्थ को दुरुस्त रखने के लिए योग और एक्सरसाइज कर सकते हैं.
थोड़ी परेशानी होने पर भी डॉक्टर से बात करें.
नशे से दूर रहें.
अच्छी नींद लें.
2019 में दुनियाभर में 7 लाख 3 हजार लोगों ने आत्महत्या की थी. इनमें 58 प्रतिशत लोगों की उम्र 50 वर्ष से अधिक थी. आपको जानकार हैरानी हो सकती है कि 20 वर्ष से 35 वर्ष तक युवा सबसे ज्यादा सुसाइड करते हैं. इनकी संख्या 60 हजार से पार है. इनमें ज्यादातर लॉ और मिडिल क्लास परिवार से आने वाले युवा शामिल है.