Ujjain mahakal mandir tradition break: उज्जैन के महाकाल मंदिर में टूटी वर्षो पुरानी परंपरा, पुजारियों का भड़क उठा गुस्सा
Ujjain mahakal mandir tradition break: 23 जून को उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में भस्म आरती के दौरान एक ऐसी घटना घटी जिससे पूजा कर रहे पुजारी भड़क उठे। कहा जा रहा है द्वार खुलने से पहले ही भक्तों को नंदी हॉल में बैठा दिया गया था। इसे लेकर मंदिर समिति ने भी बैठक बुलाई।
रविवार यानि 23 जून को उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर (Mahakaleshwar Temple) में भस्म आरती के दौरान एक अप्रिय घटना घटी, जिससे यहां लंबे समय से चली आ रही परंपरा टूट गई। इस कारण से वहां के सभी पुजारी भड़क गए।
दरअसल, महाकालेश्वर मंदिर ( Mahakaleshwar Temple) में रविवार की सुबह नंदी हॉल और गणेश मंडपम् में पट खुलने से पहले ही सैकड़ों लोगों की भीड़ लग गई थी. भीड़ को देखकर मौजूद कर्मचारियों ने श्रद्धालुओं को वहीं बैठा दिया। इस पर भस्मआरती करने वाले पुजारी नाराज हो गए और उन्होंने कर्मचारियों को जमकर फटकार लगाई।
पुजारी ने जताई आपत्ति
जानकारी के मुताबिक आपको बता दें 23 जून यानि सोमवार की सुबह 4 बजे जब पट खोले गए तो भस्म आरती करने वाले पुजारी ने देखा कि नंदी हॉल में पहले से ही श्रद्धालु बैठे हुए हैं। अभी गर्भ गृह के पट नहीं खुले थे, पुजारी ने इसे परंपरा की बात बताते हुए भीड़ को देखकर कहा कि भगवान की पूजन और आज्ञा के बाद ही लोगों को अंदर बैठाया जाता है। और फिर मामला गरमाने लगा पुजारियों और कर्मचारियों की आपस में बहस हो गई।
कर्मचारियों ने माफी मांगी
घटना के बाद कर्मचारियों ने अपनी गलती स्वीकार की और पुजारी से खेद व्यक्त किया। इसके बाद भस्म आरती का क्रम शुरू हुआ। यह घटना अब चर्चा का विषय बन गई है। इस घटना के बाद मंदिर प्रबंधन ने कर्मचारियों और भस्म आरती के प्रभारी को तत्काल बैठक के लिए बुलाया। मंदिर समिति के प्रतिनिधियों ने बैठक में बताया कि पहली बार खराब मौसम के कारण भक्तों को समय से पहले नंदी हॉल में बैठाया गया। उन्होंने आगे कहा कि भविष्य में ऐसी गलती न हो, इसके लिए कर्मचारियों को सख्त निर्देश दिए गए हैं।