अयोध्या में ‘लक्ष्मण पथ’ बनाने की तैयारी में योगी सरकार, जानिए क्या होगी खासियत ?
Lakshman Path: इस दिवाली पर भव्य अयोध्या के दिव्य दर्शन दुनिया ने किए, रोशनी में डूबा रामलाल का मंदिर देखा। तो दीपोत्सव के दौरान दीयों से जगमग घाट देखे और सरयू की धारा में लेज़र शो के गवाह भी बने। ये सब कुछ संभव हुआ क्योंकि योगी सरकार अयोध्या को सबसे सुंदर नगरी के रूप में स्थापित करने के लिए जी जान से जुटी है। रामनगरी अयोध्या को नई ऊंचाई और उसकी बिसरी पहचान को वापस दिलाने का काम तेजी के साथ किया जा रहा है।
दरअसल, आपको बता दें कि रामनगरी अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर का निर्माण तेज़ी के साथ चल रहा है। जनवरी में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम का अपने मंदिर में विराजमान हो जाएंगे। इसके साथ ही अयोध्या की कनेक्टिविटी को भी लगातार अपग्रेड किया जा रहा है। राम नगरी में अलग-अलग रोड के ज़रिए फोर लेन कनेक्टिवी दी जा रही है।इसमें अब नया नाम ‘लक्ष्मण पथ’ का जुड़ने जा रहा है। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार राम पथ, जन्मभूमि पथ और भक्ति पथ के बाद अब ‘लक्ष्मण पथ’ का निर्माण कराने की तैयारी कर रही है।
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अयोध्या में राम पथ का निर्माण तेजी के साथ किया जा रहा है। जो कि नयाघाट से सहादतगंज तक 13 किलोमीटर लंबा रोड है। वहीं भक्ति पथ भी बनकर लगभग तैयार है। लेकिन अब चर्चा का विषय है ‘लक्ष्मण पथ’। ये फोरलेन रोड गुप्तार घाट से राजघाट तक बनेगा जो करीब 12 किलोमीटर लंबा होगा और इसकी चौड़ाई 18 मीटर तय की गयी है। इसको बनाने में लगभग 200 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। मर्यादा पुरुषोत्तम भग श्रीराम के छोटे भाई और शेषावतार लक्ष्मण जी के नाम पर बनने वाले इस नए वैकल्पिक मार्ग निर्माण की कार्ययोजना तैयार कर ली गई है। लोक निर्माण विभाग ने एस्टीमेट बनाकर यूपी सरकार को भेज दिया है। अब बस योगी सरकार की मंज़ूरी का इंतेज़ार है।
आपको बता दें 22 जनवरी 2024 को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी।गर्भगृह बनकर तैयार है, साफ-सफाई भी हो चुकी है। राम मंदिर के प्रथम तल के फर्श का काम भी लगभग खत्म होने वाला है।प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम की तैयारियां भी ज़ोर-शोर से चल रही हैं। इस बीच विश्व हिंदू परिषद ने दुनिया भर के लोगों से अपील की है कि वो अपने पड़ोस के अयोध्या मानकर इस कार्यक्रम का हिस्सा बनें। VHP ने 22 जनवरी के कार्यक्रम के लिए अपनी तैयारी तेज़ कर दी हैं तो योगी सरकार की कोशिश अयोध्या को विश्व पटल पर लाने की है। जिसके लिए राम नगर में सड़कों का जाल बिछाया जा रहा है ताकि यहां आने वाले भक्तों को किसी तरह की कोई परेशानी ना हो और सब आऱाम से अपने आराध्या श्री राम के दर्शन कर सकें
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गर्भगृह में रामलला की मूर्ति स्थापित होने के बाद जो मौजूदा श्रीराम परिवार की मूर्ति है। उसकी भी स्थापना राम मंदिर में की जाएगी । गर्भगृह में ही सभी मूर्तियों को रखा जाएगा। ताकि दुनिया रामलला के बाल स्वरूप के साथ-साथ उनके परिवार का भी दर्शन करे और जिन मूर्तियों का लोग बरसों से दर्शन करते आ रहे हैं। उसके दर्शन भी लोग सक सकें।राम मंदिर के गर्भगृह में रामलला की मूर्ति के मस्तक पर रामनवमी के दिन दोपहर 12 बजे सूर्य की किरणें पहुंचें इसके लिए भी व्यवस्था की जा रही है । भगवान राम का अयोध्या आगमन इस बार खुशियों की नई छटा बिखेर रहा है। रामलला का मंदिर अपने दिव्य स्वरूप बस सबके सामने आनेवाला ही है। और इसकी झलक भी राम भक्तों में दिख रही है। रामलला का मंदिर प्रभु के स्वागत में जगमग हो उठा है।मंदिर की बेहद खास सजावट की गई है। मंदिर का कोना-कोना रोशनी में सराबोर नजर आ रहा है। राममंदिर के साथ-साथ पूरी अयोध्या भी दुल्हन की तरह सजी हुई है।