डोडा(जम्मू कश्मीर): डोडा में खराब मौसम और बारिश के चलते 8 जुलाई को डोडा में बादल फटने से वहां आयी तबाही से हजारों अमरनाथ यात्री बुरी तरह प्रभावित हैं। इस हादसे में अब तक 16 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हो चुकी है, जबकि लापता लोगों की मलबे में तलाश जारी है। बचाव कार्य मे लगी टीमो द्वारा पन्द्रह हजार के अधिक अमरनाथ यात्रियों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जा चुका है।
रविवार को तीसरे दिन भी एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, बीएसएफ, आईटीबीपी, पुलिस और सेना के जवान पूरी मुस्तैदी से राहत और बचाव कार्य में जुटे हुए हैं। राहत और बचाव कार्य में जुटी इन सभी की टीमों को उम्मीद है कि आपरेशन जिंदगी के तहत मलबे में कई और लोग जिंदा मिल सकते हैं। अब तक मलबे के पांच लोगों को जिंदा निकाला जा चुका है और उन्हें अस्पताल में भर्ता कराया गया है।
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एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, बीएसएफ, आईटीबीपी के अधिकारियों का कहना है कि खराब मौसम के चलते बचाव कार्यों में परेशानी आ रही है, इसके बावजूद जवान रात दिन बचाव के कार्य में लगे हुए हैं। अब तक 60 से अधिक लोग घायल हैं, जबिक 40 से अधिक लोग लापता है, जिनकी तलाश की जा रही है। इस प्राकृतिक आपदा के कारण फिलहाल अमरनाथ यात्रा कुछ दिनों के लिए स्थगित कर दी गयी है। अमरनाथ यात्रियों का कहना है कि वे बर्फानी बाबा के दर्शन किये बगैर अपने घरों को नहीं लौटेंगे। उन्हें उम्मीद है कि जल्द ही मौसम में सुधार होने से प्रशासन फिर से अमरनाथ यात्रा शुरु करने करने की अनुमति दे देगा।