उत्तर प्रदेशन्यूज़राज्य-शहर

यूपी में मचा है सियासी घमासान ,अब महान दल ने किया बसपा को समर्थन देने का ऐलान

Political News: राजनीति फर्जी ही होती है। नेता लोग अपने मन के मुताबिक निर्णय लेते हैं और ऐलान करते हैं कि जनता का यही आदेश है। क्या देश की जनता ऐसे कर सकती है ? कोई अकेले चुनाव लड़ता है और फिर जीत के बाद किसी पार्टी से मिल जाता है। क्या जनता इसकी इजाजत देती है ? कोई गठबंधन में चुनाव लड़ता है और फिर अलग हो जाता है ,क्या जनता की इसमें सहमति होती है ?लेकिन यह सभी खेल बड़े पैमाने पर चलते रहते हैं। भारतीय राजनीति का सच यही है कि चुनाव के बाद कोई भी पार्टी जनता के आदेशों का आपलं नहीं करती। किसी को बहुमत नहीं भी मिलने पर भी वह सरकार बना लेती है ,जनता कभी यह सब करने को नहीं करती। लेकिन यह सब होता है और होता भी रहेगा।

यूपी में राजनीतिक घमासान मचा हुआ है।
बीजेपी वाले कह रहे हैं कि यूपी की सभी 80 सीटों पर होगी। ऐसा संभव भी है। बीजेपी को यूपी से बड़ी उम्मीद भी है। उधर सपा वाले कह रहे हैं कि सभी सीटें विपक्ष को मिलेगी। ऐसा भी संभव है क्योंकि कब जनता का मिजाज बदल जाए कौन जाने ! फिर बसपा वालों का अपना खेल है। उसकी भी अपनी धमक है और तैयारी भी। उसके दावे भी हैं।

सुना जा रहा है कि इस बार बसपा भी गठबंधन की तैयारी में है।
इधर एक बड़ी खबर आई है। यूपी की एक क्षेत्रीय पार्टी है महान दल। पिछले चुनाव में इस दल का सपा के साथ गठबंधन था। मिलकर चुनाव लड़े। चुनाव परिणाम जैसे ही सामने आये महान दल गठबंधन से अलग हो गए। तक अखिलेश यादव को नेता कह रहा था अब सपा को बेकार पार्टी कह रही है ,सपाइयों पर इल्जाम लगा रही है। खबर है कि अब महान दल वाले बसपा के साथ गठबंधन करने को आतुर है। महँ दाल के नेता कह रहे हैं कि मायावती देश की सबसे बड़ी नेता है और वह उसके साथ ही गठबंधन करके चुनाव लड़ेंगे। वह भी बिना शर्त के।

गजब की राजनीति है !
महान दल के नेता है केशव देव मौर्य। उन्होंने कहा है कि बसपा को किया है ताकि हम दिखा सकें कि महान दल जिसके साथ रहता है वह पहले नंबर पर रहता है। हमारे पास मंत्र है कि किसी वस्तु में जान डाल सकते हैं। हम यह सब लोगों को दिखाना चाहते हैं। हमें ज्यादा मेहनत नहीं करनी है। जहां लिखा है कि महान दल ने ठाना है सपा को जिताना है ,उसमे सपा में बस ब को जोड़ देना है। ब जोड़ देंगे तो सपा बसपा हो जाएगी। बसपा को जितने से महान दल का कद बढ़ेगा।

इस बार सपा तीसरे नंबर पर चली जाएगी।
दरअसल यह सारा खेल आगामी गठबंधन को लेकर है। महँ दल को लग रहा है कि इस बार का युद्ध बड़ा है। सपा विपक्षी एकता के साथ है जबकि बीजेपी अपने सहयोगियों के साथ। ऐसे में महँ दल को लग रहा है कि बसपा अभी किसी के साथ नहीं है। बसपा के साथ उसकी राजनीति फिट बैठ सकती है। जबसे महान दल को लगा है कि देर सबेर बसपा भी विपक्षी एकता के साथ जा सकती है उसके बाद उसकी राजनीति बसपा के साथ चुनाव लड़ने की हो गई है। महँ दल को लग रहा है कि बसपा के कुछ वोटर उसका सपोर्ट कर देंगे तो एक दो सीट पर वह खेल कर सकती है। यही सोंच सभी पार्टियों की है। देश की राजनीति इसी ढर्रे पर चलती है। इस खेल में कोई चरित्र नहीं होता।

Akhilesh Akhil

Political Editor

Show More

Akhilesh Akhil

Political Editor

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button