कभी देखा है पढ़ाई का ऐसा जज्बा? छोटी बच्ची एक पैर से चलकर जाती है दूर स्कूल
नई दिल्ली: बिहार के जमुई जिले की रहने वाली एक छोटी बच्ची सीमा ने लोगों के दिल को छू लिया है. छोटी सीमा का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. जिस वीडियो में बच्ची का एक पैर नहीं है और उसे एक पैर पर कूदते हुए स्कूल जाते देख लोग हैरान हो गए है.
बता दें कि बिहार के जमुई की 10 साल की मासूम और प्यारी सी बच्ची एक पैर पर कूद-कूदकर 1 किलोमीटर स्कूल जाती है. सीमा अपने माता पिता के साथ खैरा प्रखंड के नक्सल प्रभावित इलाके के फतेपुर गांव में रहती है. दो साल पहले एक सड़क हादसे में सीमा को अपना पैर गंवाना पड़ा था. लेकिन एक पैर खोने के बाद भी सीमा का हौसला कम नहीं हुआ, और उस छोटी बच्ची ने एक पैर पर चलने का फैसला किया, उसके माता पिता ने भी अपनी छोटी सी बच्ची के हौसले का साथ दिया. सीमा ने के इस ज़ज्बे पर लोगों सिर झुका कर सलाम कर रहे है.
सीमा स्कूल जाने से लेकर अपना सारा काम बिना किसी सहारे के एक पैर से ही करती है. सीमा के पिता दूसरे प्रदेश में मजदूरी करते हैं और मां गांव में मजदूरी कर घर चलाती है. सीमा की मां बेबी देवी ने बताया कि उनके 6 बच्चे है, सीमा दूसरे नंबर पर है. चार साल पहले ईंट भट्टे पर जाने के दौरान ट्रैक्टर के नीचे आने से उसका पैर कट गया था. सीमा लोगों को स्कूल जाते देखकर उसके भी मन में पढ़ने की इच्छा जाग गई है और उसकी माता-पिता ने उसे पढ़ाने के लिए चावल बेचकर उसकी पढ़ाई का जिम्मा उठा लिया.
सीमा को पढ़ाने वाले एक टीचर ने बताया कि एक बार क्लास में किसी बच्चे से सीमा के लिए पानी लाने के लिए कहा. सीमा ने मना कर दिया और वो खुद ही पानी पीने गई और अपनी दोस्त की बोतल को भरकर लेकर आई. सीमा पढ़ाई में बहुत अच्छी है. अगर प्रशासन उसकी मदद करे तो वो खेल-कूद में काफी आगे जा सकती है.
वीडियो वायरल होने के बाद उन्हें अपने इलाके के डीएम से तो मदद मिली ही. एक्टर सोनू सूद भी उसकी मदद के लिए आगे आए. सोनू ने ट्वीट कर बच्ची का इलाज करवाने का दावा किया. सोनू ने सीमा का वीडियो अपने ट्विटर अकाउंट पर शेयर किया. इसके साथ उन्होंने लिखा, अब यह एक नहीं बल्कि दोनों पैरों पर कूद-कूद कर स्कूल जाएगी. टिकट भेज रहा हूं…चलिए दोनों पैरों पर चलने का समय आ गया है.
अरविंद केजरीवाल ने भी सीमा के जज्बे को सलाम किया, 10 साल की सीमा के जज्बे ने मुझे भावुक कर दिया. देश का हर बच्चा अच्छी शिक्षा चाहता है. मैं राजनीति नहीं जानता, इतना जानता हूं कि हर सरकार के पास पर्याप्त संसाधन हैं.