खेत-खलिहानट्रेंडिंगन्यूज़बड़ी खबर

Antyodaya: पीएम मोदी के सपने को पूरा करने के लिए अंत्योदय सर्वेक्षण के जरिए गरीबी मुक्त भारत की तैयारी 

भारत को गरीबी से मुक्ति मिले यही मोदी सरकार की सोंच है और इसी सोंच के तहत अंत्योदय सर्वेक्षण को आगे बढ़ाया जा रहा है। ये बातें ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह ने कही है। गिरिराज सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सोच से प्रेरित मिशन अंत्योदय सर्वेक्षण अंततः गरीबी मुक्त भारत के सपने को साकार करने में सफल होगा।

मिशन अंत्योदय सर्वेक्षण 2022-23 लॉन्च करते हुए गिरिराज सिंह ने कहा कि यह मिशन विभिन्न सरकारी योजनाओं के समन्वय से संसाधनों का प्रभावी उपयोग सुनिश्चित करेगा। उन्होंने कहा कि ऐसा प्रधानमंत्री मोदी के सम्पूर्ण सरकार वाले दृष्टिकोण के दर्शन को रेखांकित करने के लिए किया गया है। इस समारोह में ग्रामीण विकास और इस्पात राज्य मंत्री  फग्गन सिंह कुलस्ते, ग्रामीण विकास और उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण राज्य मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति तथा पंचायती राज राज्य मंत्री  कपिल मोरेश्वर पाटील उपस्थित थे। इस समारोह में वर्चुअल तरीके से राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों के मंत्री तथा वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।

 गिरिराज सिंह ने कहा कि इस योजना के अन्य उद्देश्यों में ग्रामीण क्षेत्रों में विकास प्रक्रिया में प्रगति की निगरानी के लिए ग्राम पंचायत स्तर पर वार्षिक सर्वेक्षण करना, ग्राम पंचायत स्तर पर सर्वेक्षण के जरिए एकत्र आंकड़ों के आधार पर पंचायतवार रैंकिंग करना और गैप रिपोर्ट बनाना है। उन्होंने कहा कि गैप रिपोर्ट ग्राम पंचायत विकास योजना (जीपीडीपी) के लिए एक महत्वपूर्ण इनपुट के रूप में काम करती है। गिरिराज सिंह ने बताया कि सर्वेक्षण सभी 2,69,253 ग्राम पंचायतों तथा समकक्ष निकायों में कराया जाएगा, जिनके प्रोफाइल ई-ग्राम स्वराज पर बनाए गए हैं। लेकिन चुनाव के कारण अभी त्रिपुरा, मेघालय और नगालैंड कवर नहीं किये गये हैं।

Read: Today News in Hindi, हिंदी न्यूज़ | News Watch India

 सर्वेक्षण 2022 प्रश्नावली में 21 क्षेत्रों को कवर करते हुए 183 संकेतक और 216 डेटा बिंदु हैं। एमए सर्वेक्षण में शामिल किये जा रहे 21 क्षेत्रों में गुड गवर्नेंस , कृषि तथा भूमि विकास, ईंधन और चारा, पशुपालन, मछली पालन, ग्रामीण आवास। जल और पर्यावरणीय सुरक्षा,सड़क तथा संचार, पारम्परिक और गैर पारम्परिक ऊर्जा , वित्तीय और संचार अवसंरचना ,बाजार और मेले, सार्वजनिक वितरण प्रणाली , पुस्तकालय , मनोरंजन और खेल, शिक्षा/व्यवसायिक शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण, मातृ और बाल विकास तथा परिवार कल्याण, कमजोर वर्गों का कल्याण, गरीबी उपशमन कार्यक्रम, खादी, ग्राम तथा कॉटेज उद्योग, सामाजिक वानिकी और लघु उद्योग हैं।

यह भी पढ़े: संसद में पक्ष -विपक्ष की लड़ाई अंत में नेताओं की लक्जरी पसंद पर पहुंची  

 ग्रामीण विकास विभाग विभिन्न योजनाओं के मिलन से मापने योग्य परिणामों पर लोगों के जीवन, आजीविका में बदलाव के उद्देश्य से 2017-18 से देश की सभी ग्राम पंचायतों में मिशन अंत्योदय सर्वेक्षण कर रहा है। गिरिराज सिंह ने कहा कि भारत ने संयुक्त राष्ट्र सतत विकास एजेंडे 2030 के लिए हस्ताक्षर किए है, जिसके अंतर्गत 17 सतत विकास लक्ष्य अपनाये गये हैं। एसडीजी एक अंतर्राष्ट्रीय दायित्व ही नहीं, बल्कि सभी हस्ताक्षर करने वाले देशों की घरेलू व्यय प्राथमिकताओं को नया रूप देने का माध्यम है।

news watch india
Team News Watch India

Show More

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button