चंडीगढ़: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की नीति पर अमल करते हुए मंगलवार को भ्रष्ट में लिप्त स्वास्थ्य मंत्री विजय सिंगला को तत्काल मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर दिया है। इसके बाद विजय सिंगला को एंटी करप्शन ब्यूरो(एसीबी) की टीम ने गिरफ्तार कर लिया।
स्वास्थ्य मंत्री विजय सिंगला पर आरोप था कि वह स्वास्थ्य विभाग के एक काम का ठेका देने का कुल रकम का एक प्रतिशत कमीशन मांग रहे थे। इस संबंध में भटिंडा में रहने वाले एक व्यक्ति ने मुख्यमंत्री भगवंत मान से शिकायत की थी। मान ने उसे आश्वस्त किया था कि वह इस संबंध में सबूत दे, तो संबंधित मंत्री के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे।
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इस पर शिकायतकर्ता ने मुख्यमंत्री भगवंत मान को स्वास्थ्य मंत्री विजय सिंगला से हुई बातचीत की रिकार्डिंग उपलब्ध करा दी। यह रिकार्डिंग सुनने के बाद मंत्री के भ्रष्टाचार में लिप्त होना तय हो गया। मान ने मंगलवार को विजय सिंगला को अपने आवास पर बुलाया और उन्हें वह रिकार्डिंग सुनवाई। इस पर सिंगला ने ठेकेदार से एक प्रतिशत कमीशन मांगने की बात स्वीकार कर ली। इस पर मान ने तत्काल ही उन्हें अपने मंत्रिमंडल के बाहर निकाल दिया। साथ ही एंटी करप्शन ब्यूरो के अधिकारियों को बुलाकर विजय सिंगला को गिरफ्तार कर लिया। एसीबी सिंगला से पूछताछ कर रही है।