Sliderउत्तर प्रदेशकरियरट्रेंडिंगन्यूज़बड़ी खबरराज्य-शहर

Prayagraj Commissioner News: 10 साल का कैंसर पीड़ित बच्चा बना कमिश्नर, सचिन का सपना था IAS बनना

10 year old cancer patient becomes commissioner, Sachin's dream was to become an IAS

Prayagraj Commissioner News: प्रयागराज के 10 वर्षीय एक बच्चे ने कमिश्नर की जिम्मेदारी संभाली। जब उसके माता-पिता ने उसे कमिश्नर की कुर्सी पर बैठा देखा तो उनकी आंखों में आंसू आ गए। उन्होंने कहा कि उनका आज सपना पूरी हो गया ।

वैसे तो, बच्चों को अपनी शिक्षा के लिए विभिन्न स्थानों पर पुलिस आयुक्त और कमिश्रर की कुर्सियों पर बैठने के लिए मजबूर किया जाता है। लेकिन प्रयागराज में आज एक हदय विदारक घटना सामने आई हैं. जब पुलिस कमिश्नर (Police Commissioner) और एक सामाजिक संगठन (social organization) के विशेष पहल पर 10 वर्षीय बच्चों को एक दिन के लिए सम्मान के तौर पर शहर का कमिश्नर बनाया गया.

कैंसर (cancer) जैसी जानलेवा बीमारी से पीड़ित सचिन प्रजापति को जब आईएएस (IAS) की ड्रेस पहनाकर कमिश्नर की कुर्सी पर बैठाया गया तो उनके माता-पिता की आंखों में आंसू आ गए। उनके माता-पिता का सपना था कि उनका बेटा बड़ा होकर आईएएस अधिकारी (IAS Officer) बनेगा। 20 मिनट तक कमिश्नर का पद संभालने वाले सचिन ने कहा कि वे अभी भी हार नहीं मान रहे हैं।

सचिन प्रजापति (Sachin Prajapati) के बारे में आपको बता दे, सचिन स्थानीय प्राथमिक विद्यालय में पढ़ता था और बारा तहसील धारा गांव का रहने वाला है। वह पढ़ाई में बहुत अच्छा था। उसकी मां साखी और पिता रामधनी खेतिहर मजदूर हैं। सचिन 5 जुलाई 2023 को इलाज के बाद नजदीकी अस्पताल से चला गया था, जब उसकी तबीयत बिगड़ने लगी। हालांकि, एक बार फिर हालत बिगड़ने पर उसे शहर के स्वरूप रानी अस्पताल लाया गया। जांच के बाद डॉक्टर (Doctor) ने पाया कि मरीज को रैब्डो मायो सरकोना (rhabdo myosarcona ) नामक खतरनाक बीमारी है, जो एक गंभीर बीमारी है ये कैंसर (cancer) का रूप ले चुकी है. यह कैंसर पेशाब की थैली मे पाया जाता हैं तब से बच्चे का इलाज चल रहा है। वह इतना गरीब था कि कुछ दिनों तक इलाज नहीं करवा पाया। हालांकि, उसका इलाज चल रहा है और विभिन्न सामाजिक संगठनों (various social organizations) ने उसकी मदद की है। सोशल मीडिया (social media) के जरिए भी लोग मदद कर रहे हैं। बच्चे के माता-पिता के मुताबिक, सामाजिक समूहों ने उसके आईएएस अधिकारी बनने के लक्ष्य को पूरा करने में मदद की है।

मैं डरता नहीं हूं और हार नहीं मानूंगा

इस मौके पर कमिश्नर से बातचीत के दौरान सचिन ने कहा, “सर, मैं डरता नहीं हूं और हार नहीं मानूंगा।” प्रयागराज के मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत ने बताया कि सचिन के पास बहुत मजबूत इच्छाशक्ति है। जैसे ही उसके लक्ष्य का पता चला, उसे सकारात्मक ऊर्जा देने और बीमारी से लड़ने के लिए उसके मन को मजबूत करने के लिए एक अनूठा कार्यक्रम शुरू किया गया।

Prachi Chaudhary

Show More

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button