Bihar News: बिहार में सुशासन बाबू का राज नंगा हो गया। बिहार में भागलपुर -सुल्तानगंज -अगुवानी गंगा नदी पर बन रहा निर्माणाधीन फूल भरभरा कर पानी में गिर गया। करीब सौ मीटर का हिस्सा पानी में गिर गया है। इस हादसे के कारण का अभी तक पता नहीं चला है। लेकिन पुल पर तैनात दो गार्ड लापता हैं। उसकी खोज की जा रही है। बता दें कि यह पुल 1700 करोड़ की लगत से तैयार हो रहा है। इस पुल के निर्माण का ठेका एसपी सिंगला कंपनी को मिला हुआ है। यह पुल फोर लेन का बनना है। इस पल के निर्माण के बाद लोगों को काफी सहूलियत होने की बात कही जा रही थी। खगड़िया और भागलपुर को यह पुल जोड़ने में सहायक होगा। लेकिन अब जिस तरह से यह पुल निर्माण के दौरान ही गिर गया है ,कई तरह के सवाल उठने लगे हाँ। बिहार की सियासी तापमान भी बढ़ गया है। नीतीश कुमार पर भी सवाल उठने लगे हैं।
बीजेपी ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
हलाकि यह घटना अप्रैल माह की ही है लेकिन अब पुल निर्माण पर कई तरह के सवाल उठने लगे हैं। की दल सिंगला कंपनी पर घटिया सामान लगाने का रोप लगा रहा है तो अधिकतर लोग नीतीश सरकार में भ्रष्टाचार पर सवाल दाग रहे हैं। लोगों का कहना है कि अभी तो निर्माण के दौरान ही जब पुल गिर रहा है तो आगे क्या होगा। अगर चालू पुल पर यह घटना होती तब क्या होता। परबत्ता विधान सभा के विधायक संजीव ने कहा है कि उन्होंने पहले भी पुल के गुणवत्ता पर सवाल उठाया था लेकिन किसी ने इस पर ध्यान नहीं दिया। अब भी सवाल उठा रहा हूँ। आखिर किस वजह से पुल का सुपर स्ट्रक्चर हिस्सा टूट कर गिरा है इसकी जांच होनी चाहिए। सरकार को इसपर जवाब भी देना चाहिए। जिस तरह से पुल का हिस्सा गिरा है
उससे तो यही लगता है कि निर्माण कंपनी ठीक से काम नहीं कर रही है।
बता दें कि 27 अप्रैल को ही इस पुल का सुपर स्ट्रक्चर करीब सौ मिटेर तक टूटकर नदी में गिर गया था। तब तेज अंधी और बारिश भी आया था। उसके बाद कोई जानमाल की हानि नहीं हुई और फिर से पुल निर्माण का काम चालू कर दिया गया। बता दें की अभी तक करीब 80 फीसदी पुल स्ट्रक्चर का काम पूरा कर लिया गया था इसके साथ ही अप्रोच रोड का काम भी करीब 45 फीसदी पूरा हो गया है। इस पुल को उत्तर और दक्षिण बिहार को जोड़ने वाली सड़क के रूप में देखा जा रहा है और यह बिहार सरकार की महत्वकांक्षी परियोजना है। सीएम नीतीश कुमार द्वारा इसका शिलान्यास 23 फरवरी 2014 को किया गया था। पुल की लम्बाई करीब तीन किलोमीटर की है। इस पुल का निर्माण 2015 से ह चल रहा है
और एसपी सिंगला नमल निर्माण कंपनी इसे बना रही है।
पुल गिरने के बाद बिहार में विपक्ष के निशाने पर सरकार आ गई है। हालांकि बीजेपी के लोग भी इस पर हमला कर रहे हैं जबकि जब पुल का निर्माण शुरू हुआ था तब बीजेपी भी सरकार में शामिल थी और बीजेपी के नेता ही ही इस विभाग के मंत्री भी थे। तभी तेजस्वी यादव ने इस पर सवाल खड़ा किया था और कहा था कि यह पुल ज्यादा दिनों तक नै चल पायेगा। हलाकि अब बीजेपी के लोग भी सरकार पर हमलावर हैं लेकिन यह हमाल दबी जुबान से ही की जा रही है।
उधर सबसे ज्यादा हमला अब सरकार में शामिल जरद ही कर रही है।
इस पुल का निर्माण कबतक होगा इसकी भी कोई सुचना अभी तक नहीं है लेकिन हालिया इस खेल के बाद बिहार की राजनीति तो गरमा ी गई है। लोग कह रहे हैं कि सुशासन बाबू के राज में यह सब हो रहा है। क्या निर्माण कंपनी पर कोई कार्रवाई होगी या फिर जिस मंत्री के काल में यह सब शुरू हुआ था उससे कोई सवाल पूछे जायेंगे ?