मेरठ: मेरठ के मेडिकल कॉलेज में एक मरीज ने तड़प तड़प कर दम तोड़ दिया। इस मरीज के हाथों को वार्ड बॉयज ने स्ट्रेचर से बंधे हुए थे। इस सारे मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने से मेडिकल कॉलेज प्रशासन की आलोचना हो रही है। मेरठ मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ0 आरसी गुप्ता का कहना है कि इस मामले में लापरवाही बरतने पर संविदा पर काम करने वाले दो वार्ड ब्यॉज को नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया है।
मेरठ के मेडिकल कॉलेज के दिल को झकझोर देने वाले वीडियो में मेडिकल अस्पताल में भर्ती दिनेश उर्फ सोनू नाम के मरीज को बेड से बांधकर रखा गया था। सोनू बेचैनी होने पर दवाई देने के लिए मेडिकल स्टाफ और डॉक्टरों को पुकारता रहा, लेकिन उसकी किसी ने नहीं सुनी।
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मेडिकल कालेज के स्टाफ पर यह भी आरोप है कि मरीज की पीड़ा का इलाज नहीं किया और न उसकी पुकार सुनी। इलाज ने होने पर सोनू ने तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया। इतनी ही नहीं सोनू की लाश 7 घंटे तक अस्पताल के फर्श पर पड़ी रही। मेडिकल कॉलेज प्राचार्य ने इस मामले के संज्ञान में आने पर 2 संविदाकर्मी वार्ड बॉयज की सेवाएं समाप्त कर दी है और बाकी परमानेंट स्टाफ पर प्रतीकात्मक कार्रवाई की है। प्राचार्य डॉय गुप्ता ने बताया कि सोनू मानसिक रूप से बीमार था।