नई दिल्ली: देश में जहां एक तरफ कोरोना (Corona Virus Update) की रफ्तार बढ़ती जा रही है, वहीं दूसरी तरफ डेंगू और मंकीपॉक्स का भी खतरा बढ़ता जा रहा है. कोरोना के आंकड़ो में वृद्ध होती जा रही है. बीते 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के कुल 5,443 नए मामले सामने आए हैं. बता दें कि कल यानी 21 सितंबर को कोरोना के 4,510 मामले दर्ज किए गए थे. कल के मुकाबले आज कोरोना के 933 केस बढ़े हैं.
कोरोना वायरस के सक्रिय मरीजों की संख्या
बीते 24 घंटे में सक्रिय मरीजों की संख्या में इजाफा भी हुआ है. रिपोर्ट के अनुसार एक दिन में कोरोना (Corona Virus Update) से 5,291 लोग रिकवर हुए हैं. इसके साथ ही एक्टिव मरीजों की संख्या बढ़कर 46,342 हो गई है. बता दें कि इस दौरान कोरोना (Corona Virus Update) से 26 लोगों की मौत भी हुई है. वहीं केवल केरल राज्य में 12 लोगों की मौत हुई है. देश में कोविड 19 से अब तक कुल 5 लाख 28 हजार 429 लोगों की मौत हो चुकी है.
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वहीं, कोरोना के अब तक कुल 4 करोड़ 45 लाख 53 हजार 42 मामले सामने आ चुके हैं. इसके अलावा 4 करोड़ 39 लाख 78 हजार 271 मरीज ठीक भी हुए हैं. एक्टिव केस कुल मामलों का 0.10 फीसद है. रिकवरी रेट 98.71 हो गया है. डेली पाजिटिविटी दर 1.61 फीसद जबकि साप्ताहिक पाजिटिविटी दर 1.73 फीसद हो गई है.
देश में अब तक कोरोना (Corona Virus Update) वैक्सीन की कुल 217.11 करोड़ से ज्यादा खुराक लग चुकी है. 102.59 करोड़ से ज्यादा लोगों को पहली डोज लग चुकी है. 94.70 करोड़ से ज्यादा दूसरी खुराक दी जा चुकी है. 19.80 करोड़ से ज्यादा लोगों को प्रीकाशन डोज भी लग चुकी है. 24 घंटे में कुल 15 लाख 85 हजार 343 लोगों को वैक्सीन लगी है.
बढ़ रहा है डेंगू का खतरा
डेंगू का ग्राफ अब तेजी से बढ़ रहा है. बुधवार को प्रदेश में 39 लोग में डेंगू की पुष्टि हुई. इनमें 37 मामले देहरादून से हैं. जबकि नैनीताल व ऊधमसिंह नगर में एक-एक मामला आया है. राज्य में इस साल अब तक डेंगू के 659 मामले मिल चुके हैं. इनमें भी सबसे अधिक 425 मामले देहरादून जिले से रिपोर्ट हुए हैं. हालांकि अधिकांश मरीज स्वस्थ हो चुके हैं. वर्तमान में जो डेंगू से पीड़ित हैं, उनकी स्थिति भी सामान्य है.
चेचक का टीका बंद करने से मंकीपॉक्स के मामलों में वृद्धि हुई है. चेचक का टीका बंद होने के कारण मनुष्यों में कमजोर प्रतिरक्षा के कारण मंकीपॉक्स के मामलों में बढ़ोतरी हुई है. 30-40 वर्ष पहले चेचक का टीका बंद कर दिया गया था. वर्तमान में जिन मामलों की पुष्टि की गई है, उनमें से कई 31 वर्ष की औसत आयु और 40 वर्ष से कम आयु के व्यक्ति हैं. उन्होंने कहा कि चेचक का टीका 85 फीसदी सुरक्षा प्रदान करता है. दिल्ली में मंकीपॉक्स का पहला मामला 24 जुलाई को सामने आया था. दिल्ली में मंकीपॉक्स के अभी तक नौ मामले सामने आ चुके हैं. इसमें से पांच मरीज ठीक होकर घर लौटे चुके है.
इस वायरस के चलते स्मॉल पॉक्स यानी छोटी चेचक होती है. जानवरों में मंकीपॉक्स पहली बार साल 1958 में दिखाई दी थी. जब बंदरों में मंकीपॉक्स का संक्रमण पाया गया था. वहीं, साल 1970 में पहली बार इंसान में मंकीपॉक्स कॉन्गो के एक बच्चे में पाया गया था जबकि, साल 1980 में चेचक उन्मूलन के बाद यह गंभीर. समस्या बनकर उभरा है.