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Delhi Pollution: दिवाली से पहले फिर से दिल्ली की हवा हुई खराब, सांस लेना भी हो गया मुश्किल, बहुत ही बेकार श्रेणी में पहुंचा AQI  

राजधानी दिल्‍ली की हवा दीवाली (Delhi Pollution) से पूर्व ही बेहद खतरनाक स्‍तर पर पहुंच गई है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से प्राप्‍त जानकारी के अनुसार बीते मंगलवार को बेहद खराब स्‍तर पर पहुंच गई। इन स्‍थानों का वायु गुणवत्‍ता सूचकांक 300 अंक से ऊपर पहुंच गया। इसमें टॉप पर शादीपुर, नार्थ कैंपस और वजीरपुर है। दिल्‍ली में प्रदूषण का स्‍तर लगातार बढ़ता जा रहा है.

नई दिल्ली: राजधानी दिल्‍ली की हवा दीवाली (Delhi Pollution) से पूर्व ही बेहद खतरनाक स्‍तर पर पहुंच गई है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से प्राप्‍त जानकारी के अनुसार बीते मंगलवार को बेहद खराब स्‍तर पर पहुंच गई। इन स्‍थानों का वायु गुणवत्‍ता सूचकांक 300 अंक से ऊपर पहुंच गया। इसमें टॉप पर शादीपुर, नार्थ कैंपस और वजीरपुर है। दिल्‍ली में प्रदूषण का स्‍तर लगातार बढ़ता जा रहा है.

दिल्‍ली की हवा में ढाई गुना से अधिक प्रदूषण

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक दिल्‍ली की हवा (Delhi Pollution) में बीते मंगलवार की शाम 5 बजे तक प्रदूषक कण पीएम 10 का स्‍तर 252 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर रहा। जबकि पीएम 2.5 का स्‍तर 103 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर रहा। मानकों के मुताबिक हवा में पीएम 10 का स्‍तर 100 से कम और पीएम 2.5 का स्‍तर 60 से कम होना चाहिए। इसके अनुसार दिल्‍ली की हवा में फिलहाल ढाई गुना से अधिक प्रदूषण मौजूद है।

ये भी पढ़ें- Delhi Pollution: दिवाली से पहले ही दिल्ली की हवा हुई गंदी, नहीं बरती सावधानी तो खतरनाक साबित हो सकती है प्रदूषण

अगले 3 दिनों में सुधार की उम्‍मीद कम

सीपीसीबी से मिली जानकारी के अनुसार, अगले 3 दिनों के बीच दिल्‍ली (Delhi Pollution) की वायु गुणवत्‍ता में सुधार की उम्‍मीद कम है। ऐसे में जहरीली हवा में सांस लेना सभी की मजबूरी है। विभागीय अधिकारियों के अनुसार दीवाली से पूर्व हवा का स्तर खराब होना चिंता की बात है। ऐसे में आने वाले समय में हवा में प्रदूषकों की मात्रा और भी अधिक बढ़ सकती है।

पंजाब में पराली जलाना तेज

जहां एक तरफ दिल्‍ली में हवा (Delhi Pollution) का स्‍तर लगातार खराब होता जा रहा है,वहीं दूसरी तरफ पंजाब में पराली जलाने के स्‍तर में तेजी आई है।भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के मुताबिक 15 सितंबर से 14 अक्‍टूबर 22 के बीच तक पंजाब में पराली जलाने की करीब 650 से ज्‍यादा घटनाएं दर्ज की गईं हैं।ध्‍यान योग्‍य है कि दिल्‍ली और एनसीआर को हर वर्ष जाड़े की शुरुआत में पराली के धुंए के चलते प्रदूषण की मार झेलनी पड़ती है।

Shubham Pandey। Uttar Pradesh Bureau

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