Monsoon Session of Parliament: आज संसद (Parliament) के मॉनसून सत्र का पहला दिन है। मणिपुर में चल रही हिंसा को लेकर विपक्षी दलों ने मणिपुर पर चर्चा की तैयारी की है उससे साफ़ लग रहा है कि पहला दिन ही काफी हंगामेदार होगा। मणिपुर की हिंसा पर दुनिया की भी नजर है लेकिन हालिया घटना ने देश को शर्मसार कर दिया है। जिस तरह से मणिपुर की दो महिलाओं को नंगा करके घुमाने और शोषण का वीडियो सामने आये हैं, सरकार भी हरकत में आ गई है। हालांकि सरकार ने तत्काल उस वीडियो पर रोक लगा दी है और कहा है कि कोई भी मीडिया या सोशल मीडिया वाले इस वीडियो को प्रसारित नहीं करेगा क्योंकि अभी इस मामले की जाँच चल रही है।
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सच्ची बात तो ये है कि जो निर्वस्त्र महिलाओं के वीडियो सामने आये हैं वह हमारे पूरे सामाजिक व्यवस्था पर हमला करने के लिए काफी है। पूरी राजनीति और सामाजिक नियमों को धत्ता बताने वाला यह वीडियो आधुनिक समाज के लिए कलंक के सामान है। यह वीडियो यह भी बता रहा है कि हमारे देश की महिलाओं की हालत आज भी क्या है?
उधर आज संसद सत्र (Parliament Session) का पहला दिन है और जिस तरह से देश की राजनीतिक पार्टियों ने मणिपुर हिंसा और हालिया वीडियो को लेकर सरकार से चर्चा की मांग की है उससे लगता है कि यह मामला अब कई दिनों तक संसद में चलता रहेगा। एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले ने एक ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा है कि मणिपुर से चौंकाने वाले दृश्य-कुत्सित, अपमानजनक और पूरी तरह से अमानवीय व्यवहार ! इस स्थिति में तत्काल कार्रवाई करने की जरूरत है। आइये अपनी आवाज उठाये और जवाबदेही की मांग करें। ऐसे अत्याचारों के सामने चुप्पी अस्वीकार्य है।
उधर मणिपुर हिंसा को लेकर जहां कांग्रेस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई है वहीं ओवैसी ने मणिपुर हिंसा पर चर्चा के लिए नोटिस दिया है। इसके साथ ही आप नेता संजय सिंह ने भी मणिपुर पर चर्चा के लिए नोटिस दिया है। कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने भी चर्चा के लिए नोटिस जमा किया है। जाहिर है कि मणिपुर में चल रहे हिंसा को लेकर कई दल सरकार से चर्चा की मांग कर रही है। मणिपुर की हालत पिछले लगभग तीन महीने में काफी ख़राब हुई है। सैकड़ों लोग मारे गए हैं जबकि हजारों लोग घायल हुए हैं। लोग शरणार्थी शिविरों में रहने को विवश हैं। पूरा मणिपुर दंगों के हवाले हैं और नागरिक सुविधाएं ख़त्म कर दी गई है।
मणिपुर के लोग लगातार मुख्यमंत्री बीरेन सिंह के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। याद रहे मणिपुर में बीजेपी की सरकार है लेकिन अभी तक मणिपुर हिंसा पर प्रधानमंत्री मोदी की तरफ से कुछ भी बयान नहीं दिया गया है।