शिमला में दर्दनाक हादसा, भूस्खलन की चपेट में शिवमंदिर, 50 लोग मलबे में दबे, रेस्क्यू जारी
Himachal Pradesh : पहाड़ी इलाकों में कुदरत का कहर बरप रहा है। लोग भारी तबाही से जूझ रहे हैं इसी कहर के बीच हिमाचल प्रदेश के शिमला से बड़े हादसे की खबर सामने आई है। कुदरत की मार झेल रहे लोगों को एक बड़े हादसे से गुजरना पड़ा है। यहां भारी बारिश के चलते भूस्खलन हुआ है। भूस्खलन की चपेट में शिव मंदिर आ गया है। भगवान शिव मंदिर में हुए इस दर्दनाक हादसे से 50 लोग मलबे में फंस गए हैं। लोग जिंदगी और मौत के बीच की जंग से जूझ रहें है। हालात एक तो ऐसे भी बुरे थे शिमला के इस हादसे के बाद से लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। हादसे के बाद लोगों में चीख पुकार मची हुई।
इन दिनों सावन का महीना चल रहा है ऐसे में सावन के महीने में लोग भारी संख्या में मंदिर में भगवान शिव की पूजा अर्चना करने के लिए जाते है। इस वजह से श्रद्धालुओं की तादात और भी ज्यादा थी। आज सावन का सोमवार है तो भारी संख्या में भक्त अराध्य भगवान शिव की अराधना करने के लिए पहुंचे थे। उसी दौरान एक बड़ी दुर्घटना हो गई। मंदिर में भगवान शिव के लग रहे जयकारे अचानक चीख-पुकार में बदल गए। इस हादसे के बाद घटना स्थल पर चीख पुकार के साथ हड़कंप मच गया लोगों के बीच अफरा-तफरी का माहौल बन गया। स्थानीय लोगों की सूचना पर पहुंची एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम ने तत्काल मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू शुरू किया। मलबे में फंसे लोगों को निकालने का काम जारी किया।
बता दें कि ये हादसा शिमला के समरहिल इलाके का बताया जा रहा है। जहां भूस्खलन होने से शिव मंदिर भी चपेट में आ गया। जिस दौरान मंदिर में मौजूद करीब 50 भक्त मलबे में दब गए।
जारी है कुदरत का कहर
तो वहीं दूसरी तरफ देखा जाए तो हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भारी बारिश से तबाही देखने को मिली है जिसके बाद से पहाड़ी इलाकों में जन-जीवन एक बार फिर लोगों का संकट ग्रस्त हो गया है। जहां बताया जा रहा है कि हिमाचल प्रदेश के सोलन और सिरमौर जिले में बादल फट गया है। बादल फटने की वजह से अब तक 21 लोगों की मौत हो गई है तो वहीं कुछ लोगों के लापता होने की खबर थी। जिसके लिए एनडीआरएफ की टीम घटना स्थल पहुंच कर रेस्क्यू कर रही है। दोनों राज्यों में कुदरत का कहर टूट रहा है।