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हाईकोर्ट ने केजरीवाल सरकार को लगाई लताड़, सियासत में आया उबाल…अब प्रदूषण से मिलेगी निजात!

Delhi Air Pollution:आखिर दिल्ली में इतना प्रदूषण कैसे हो गया है, आखिर प्रदेश सरकार क्या कर रही है। आखिर दिल्ली की तमाम बड़ी इमारतें कहां खो गईं, इन तमाम सवालों का एक ही जवाब है प्रदूषण … और ये प्रदूषण को हल्का फुल्का प्रदूषण नहीं है बल्कि ये सीधा सीधा जहर है जो दिल्ली की हवा में घुल चुका है।
राजधानी में बढ़ते वायु प्रदूषण पर दिल्ली हाईकोर्ट ने चिंता जताते हुए अफसरों को कड़ी फटकार लगाई है। दिल्ली हाईकोर्ट ने पेड़ों की कटाई पर तमाम विभागों को कटघरे में खड़ा किया और वन विभाग के अफसरों को जमकर फटकारा। दिल्ली हाईकोर्ट ने कहा कि हम प्रदूषण के खिलाफ एक हारी हुई लड़ाई लड़ रहे हैं लेकिन हमें समाधान ढूंढना होगा।

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अदालत ने कहा कि कोई भी परियोजनाओं को रोकना नहीं चाहते, लेकिन विकास प्रकृति और विरासत के साथ होना चाहिए। ऐसा नहीं हो सकता कि आप आसपास के पेड़ काट दें।कोर्ट ने कहा कि अफसर ना सिर्फ राजधानी में वायु गुणवत्ता बिगाड़ने बल्कि इसके कारण दिल्ली के नागरिकों की इस स्थिति के जिम्मेदार हैं
दिल्ली हाईकोर्ट ने अफसरों को फटकारते हुए ये भी कहा कि आप चाहते हैं कि लोग इस गैस चैंबर में रहें। अदालत के आदेशों का खुला उल्लंघन कर पेड़ काटे जा रहे हैं। याचिका में आरोप लगाया कि राष्ट्रीय राजधानी में हर घंटे पांच पेड़ काटे जा रहे हैं और अफसर न्यायिक आदेशों के साथ-साथ वन विभाग के नियमों का उल्लंघन पेड़ों की कटाई की परमीशन दे रहे हैं।
दिल्ली में बढ़े वायु प्रदूषण पर सियासी रण भी शुरू हो चुका है। कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही पार्टियों के नेता केजरीवाल सरकार को घेर रही हैं। इधर दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने राजधानी में बढ़ते प्रदूषण के लिए केंद्र सरकार के साथ साथ दूसरे राज्यों की सरकारों को भी जिम्मेदार ठहराया है। गोपाल राय का कहना है कि दिल्ली सरकार राजधानी दिल्ली में प्रदूषण को पूरी तरह से नियंत्रित नहीं कर सकती है क्योंकि शहर के बाहर के स्रोत अंदर की तुलना में कई गुना प्रदूषण फैलाते हैं… हालांकि, दिल्ली में प्रदूषण स्तर पर को नियंत्रित करने के लिए अरविंद केजरीवाल की अगुवाई वाली सरकार युद्ध स्तर पर काम कर रही है।
गोपाल राय ने कहा कि केवल बयानबाजी से काम नहीं चलेगा, सारी सरकारों को सक्रिय होना पड़ेगा, उन्होंने आगे कहा कि हम एलजी से मिले हैं और उनको सहयोग करने के लिए अपील की है। हमारी सरकार इलेक्ट्रिक बसों को बढ़ावा देने का काम कर रही है।


दरअसल, आपको बता दें कि दिल्ली में बीते कई दिनों से AQI लगातार खराब श्रेणी में दर्ज किया जा रहा है। लेकिन अब हालात अब और तेजी से बिगड़ रहे हैं। साथ ही आशंका तो ये भी जताई जा रही है कि आने वाले दिनों में स्थिति में कोई खास सुधार होने की उम्मीद भी नजर नहीं आ रही है।आपको जानकर हैरानी होगी कि दिल्ली के ज्यादातर इलाकों में AQI का लेवर 400 के पार बना हुआ है।
हालांकि वायु प्रदूषण पर दिल्ली सरकार युद्धस्तर पर काम कर रही है।दावा किया जा रहा है कि दिल्ली सरकार के प्रयासों के बाद शहर भर में पिछले साल पहचाने गए 13 से 14 हॉटस्पॉट अब घटकर 4 से 5 हो गए हैं,जबकि पूरे उत्तर भारत में AQI की ऐसी स्थिति है। बहरहाल दिल्ली में वायु प्रदूषण को लेकर जो भी प्लान तैयार किए जा रहे हैं,इनका नतीजा क्या होगा। क्या ये प्लान कारगर साबित हो पाएंगे या फिर हर साल की तरह इस साल भी सबकुछ भगवान भरोसे ही चलेगा।इस सवाल का जवाब किसी के पास नहीं है। हालांकि दिल्ली हाईकोर्ट ने वन विभाग के अफसरों को जो फटकार लगाई है।उसका कुछ असर जरूर होगा।

Shubham Pandey। Uttar Pradesh Bureau

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