Congress Party Update: कांग्रेस को अभी खूब झटके लग रहे हैं। जब भी चुनाव के समय आते हैं तो कांग्रेस के बीच भूकंप आने से पार्टी के लोग बाहर निकलने लगते हैं। देश की कोई ऐसी पार्टी नहीं जहां कांग्रेस के पुराने नेता विराजमान नहीं। सच तो यह है कि आज किसी भी पार्टी का निर्माण ही कांग्रेस की टूट के साथ होता है और किसी भी पार्टी के विस्तार में कांग्रेस का ही बड़ा हाथ है। क्योंकि कांग्रेस के नेता ही निकलकर किसी भी पार्टी के विस्तार वाहक बनते हैं। आज फिर से कांग्रेस को झटका लगा है।
देश के पूर्व प्रधानमंत्री के पोते विभाकर शास्त्री ने आज कांग्रेस का दमन छोड़ दिया। उन्होंने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। अब वे बीजेपी की राजनीति करेंगे। वे बीजेपी में शामिल हो गए हैं। कांग्रेस इस पखवारे ही कई बड़े नेताओं ने पार्टी का दमन छोड़कर बीजेपी और अन्य पार्टियों का हाथ थामा है। पहले महाराष्ट्र के कांग्रेस परिवार से आने वाले मिलिंद देवड़ा ने पार्टी को छोड़कर शिंदे गुट के साथ चले गए थे।
इसके बाद मुंबई के ही कांग्रेस नेता बाबा सिद्दीकी कांग्रेस से निकल गए। वे अजित पवार के साथ गए। इसके बाद महाराष्ट्र के पूर्व सीएम अशोक चौहान बीजेपी में चले गए। बीजेपी अब उन्हें राज्य सभा में भेज रही है। और अब विभाकर शास्त्री का जाना बहुत कुछ कह रहा है। शास्त्री ने आज ही यूपी बीजेपी के नेता और उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक की मौजूदगी में पार्टी में शामिल हुए हैं।
जहां तक विभारक शास्त्री की बात है उन्होनें 1998 में यूपी की फतेहपुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा था। इसके बाद वे 1999 और 2009 के लोकसभा चुनाव में भी मैदान में उतरे। लेकिन तीनो बार उनकी हार हुई।
अब जानकार यह भी कह रहे हैं कि विभाकर के जाने से कांग्रेस पर कोई असर नहीं पड़ेगा उन्हें कोई जानता नहीं था। आज बीजेपी में वही लोग जा रहे हैं, जो कांग्रेस में कोई करिश्मा नहीं दिखा रहे हैं। ऐसे में विभाकर शास्त्री जहां भी जाए उनकी कोई इज्जत नहीं होने वाली है। और कांग्रेस को भी ऐसे नेताओं से मुक्ति मिल रही है।