Breaking Hindi News Delhi cm Kejriwal Live: एक तरफ बीजेपी (BJP) 400 पार का सपना लेकर चल रही है। तो वहीं दूसरी ओर दिल्ली में बवाल मचा हुआ है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की सेहत को लेकर सियासी संग्राम जारी है। आम आदमी पार्टी और बीजेपी आमने-सामने हैं। दोनों पार्टियां इस मुद्दे पर एक दूसरे को घेर रही हैं। वहीं केजरीवाल की इंसुलिन से जुड़ी याचिका पर आज दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट का फैसला आने की उम्मीद है। केजरीवाल ने कोर्ट से अपील की है कि उन्हें अपने निजी डॉक्टर से शुगर के मसले पर सलाह लेने की इजाजत दी जाए।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की डाइट पर सियासी फाइट देखने को मिल रही है। भारतीय जनता पार्टी के नेता और आम आदमी पार्टी के नेता लगातार एक दूसरे पर सियासी तीर छोड़ रहे हैं। बीजेपी के नेता लगातार केजरीवाल और आम आदमी पार्टी पर सियासी प्रहार कर रहे हैं। अब ये प्रहार क्यों किए जा रहे हैं ये तो हर कोई जानता है।
तिहाड़ में बंद अरविंद केजरीवाल की बीमारी और दवाई को लेकर सियासी संग्राम छिड़ा है।केजरीवाल को इंसुलिन की जरूरत है या नहीं इसे लेकर आम आदमी पार्टी और बीजेपी आमने सामने हैं।केजरीवाल के खाने और इंसुलिन वाली याचिका पर आज दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट का फैसला आना है। उससे पहले आम आदमी पार्टी ने तिहाड़ प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि आम आदमी पार्टी अपने इन आरोपों को एक लेटर के जरिए भी सही साबित करने की कोशिश कर रही है। AAP ने जिस कागज़ को तिहाड़ जेल से जुड़ा बताया है उसमें ये निवेदन किया गया है कि यह अनुरोध किया जाता है कि तिहाड़ जेल नं. 02 में विचाराधीन कैदी अरविन्द केजरीवाल को प्राथमिकता के आधार पर उनकी शुगर लेवल/इंसुलिन निर्भरता के परामर्श के लिए एक वरिष्ठ डायबोटोलॉजिस्ट को नामित किया जाए। जबकि तिहाड़ जेल के सूत्रों के मुताबिक एम्स के सीनियर डॉक्टरों ने शनिवार को ही वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये अरविंद केजरीवाल को परामर्श दिया था। इस दौरान 40 मिनट की बातचीत के बाद केजरीवाल को आश्वासन दिया गया…. कहा जा रहा है कि कोई गम्भीर चिंता की बात नही है और उन्हें निर्धारित दवाए जारी रखने की सलाह दी गई, जिनका नियमित आधार पर मूल्यांकन और समीक्षा की जाएगी।एम्स के सीनियर स्पेशलिस्ट ने केजरीवाल के सभी पैरामीटर्स, ग्लूकोकज मोनिटरिंग सेंसर, डाइट की जानकारी और दवाओं की जानकारी भी दी।खास बात ये भी है कि केजरीवाल की तरफ से इंसुलिन का कोई मुद्दा नहीं उठाया गया…न ही डॉक्टरों ने इंसुलिन देने का सुझाव दिया।आरोपों के जरिए आम आदमी पार्टी जेल प्रशासन के साथ ही केंद्र सरकार पर हमलावर है। आज कोर्ट का फैसला आना है मगर उससे पहले बीजेपी ने साजिश की आशंका जताकर पलटवार किया है।वार पलटवार का सिलसिला जारी है। बड़ा सवाल है कि आखिर केजरीवाल की सेहत को लेकर सियासत क्यों हो रही है और कौन कर रहा है। सवाल ये भी खड़ा होता है कि आखिर दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल जेल से कब बाहर आ पाते हैं।