Today Political News Headline: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के फर्जी वीडियो मामले में पुलिस तेजी से आगे बढ़ रही है। इस मामले में असम पुलिस ने एक गिरफ्तारी की है।*
सोमवार, 29 अप्रैल को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का एक फेक वीडियो प्रसारित करने के मामले में एक व्यक्ति को गिरफ़्तार किया गया। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने ट्वीट (X) करके इसकी जानकारी दी। सीएम हिमंत के ट्वीट के अनुसार, असम पुलिस (Assam police) ने रितोम सिंह को हिरासत में ले लिया है। इस व्यक्ति ने अमित शाह के आरक्षण पर बनाई गई एक संशोधित फिल्म शेयर की थी।
दिल्ली पुलिस (delhi police) ने इस मामले में पहले ही औपचारिक शिकायत दर्ज कर ली है। इस मामले में तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंथ रेड्डी को पुलिस की ओर से सूचना मिली है। अपना बचाव करने के लिए उन्हें अपना फोन भी साथ लाने का आदेश दिया गया है।
वीडियो (video) में क्या बदलाव किया गया?
दरअसल, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का संशोधित वीडियो सोशल मीडिया (social media) पर बेहद लोकप्रिय हो रहा है। कथित तौर पर इस वीडियो में अमित शाह एससी/एसटी और ओबीसी आरक्षण को खत्म करने की बात कर रहे हैं। हालांकि, पीटीआई की फैक्ट चेक से पता चला है कि यह आरोप झूठा है। एडिट करने के बाद यह वीडियो वायरल हो गया।
इस वीडियो को कई Congress नेताओं ने शेयर किया है।
बहरहाल, इस संशोधित वीडियो को तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी समेत कई कांग्रेस नेताओं ने शेयर किया है। संशोधित वीडियो को लेकर केंद्रीय गृह मंत्रालय और भाजपा ने शिकायत की थी। इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई की और दिल्ली पुलिस ने एफआईआर दर्ज की। इस अपराध के सिलसिले में रितोम सिंह को असम पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।
जाति व्यवस्था को भड़काने के लिए वायरल हुआ एडिटेड वीडियो
लोकसभा चुनाव के बीच केंद्रीय गृह मंत्री और भाजपा नेता अमित शाह का एक बदला हुआ वीडियो खूब चर्चा में है। इस वीडियो में अमित शाह को आरक्षण खत्म करने वाले के तौर पर पेश किया गया है, जिसका मकसद एक समुदाय को भड़काना है। सोशल मीडिया पर इस वीडियो के लोकप्रिय होने के बाद से भाजपा (BJP) की राजनीति में हलचल मच गई है। जांच संगठनों ने इस मामले में काम करना शुरू कर दिया है। फेसबुक और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X को भी इस बारे में नोटिस मिला है। साथ ही भाजपा ने सभी राज्य के वकीलों को इस चर्चित फिल्म के बारे में शिकायत दर्ज कराने का निर्देश दिया है।
मामले की जांच साइबर थाने ने की।
Bjp (प्रबुद्ध जन प्रकोष्ठ) संयोजक राजेंद्र शेखावत और सोशल मीडिया विभाग के सह संयोजक अजय विजयवर्गीय की ओर से अमित शाह के इस संशोधित वीडियो को लेकर जयपुर (Jaipur) के साइबर थाने में मामला दर्ज कराया गया है। आरोप है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का बदला हुआ वीडियो फेसबुक और X पर वायरल हो रहा है, जिसमें एक जाति विशेष को भड़काने की कोशिश की जा रही है। भले ही प्रधानमंत्री और भाजपा के अन्य वरिष्ठ पदाधिकारियों ने आरक्षण के मामले में संविधान में किसी भी तरह का बदलाव न करने का वादा किया हो, लेकिन इससे लोकसभा चुनाव के दौरान सामाजिक सौहार्द बिगड़ने की आशंका है। इस बीच, साइबर थाने ने जांच शुरू कर दी है और धारा 153 A के तहत मामला दर्ज कर लिया है