आदिपूरूष फिल्म के छिड़े विवाद पर अरूण गोविल ने दी नसीहत
Adipurush Controversy: आदिपुरूष फिल्म को लेकर लगातार विवाद गहराता जा रहा है। जहां कयास लगाए जा रहे थें कि आदिपुरूष साल की सुपर फिल्मो की लिस्ट में शामिल होगी। लेकिन इन कयासों में पानी फिरता नजर आ रहा है। आदिपूरूष फिल्म ने जब से सिनेमाघरों में दस्तक दी है। इस फिल्म को देखने के बाद लोगों गुस्सा फूट पड़ा है। इतना ही नही सोशल प्लेटफॉर्म जैसे फेसबुक, इंस्टाग्राम हो या फिर ट्वीटर पर लोगों इस फिल्म को लेकर तमाम तरह के कमेंट कर खासा नाराजगी जाहिर कर रहे हैं।
कृति सेनन और प्रभास स्टारर फिल्म शुक्रवार को रिलीज हुई। जिसके बाद से इस फिल्म मे भूमिका निभाने वाले हर एक पात्र अब चाहें वो मेकर्स, हो या डायरेक्टर या फिर लेखक हर कोई निशाने पर आ गया है। चारों तरफ इस फिल्म को लेकर चर्चा की जा रहा है। विवाद की जड़ तो मूलरूप से इस फिल्म के डॉयलाग हैं। जो कि मनोज मुंतसिर ने निखें है। वही दशर्कों का कहना है कि ऐसे डॉयलाग जो भगवान राम और माता सीता के साथ का अपमान करने के लिए लिखें गए। रामायण के प्रति जो लोगों में आस्था है उसके साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। आज भी भगवान राम और माता सीता को मर्यादा के रूप में जाना जाता है लिन इस फिल्म में तो मर्यादा को ही लांघ कर दिखाया गया है। उनके वस्त्र. अस्त्र, किरदार बिल्कुल ही पर्याय है। और इस तरह की चीजों के दिखाया जाना किसी भी तरह से स्वीकारय नही हैं। ऐसें ही तामाम तरह के सावलों सिलसिला अभी भी जारी है इतना ही नही इस फिल्म को बान करने की मांग भी की जाने लगी है।
इन विवादों के बीच अब रामानंद सागर के राम यानी की अरूण गोविल की प्रतिक्रिया सामने आई है। अरूण गोविल ने इस फिल्म को लेकर हैरानी जाताई है। गोविल का कहाना है कि आदिपूरूष फिल्म के मेकर्स ने क्या सोचकर इस इस तरह की फिल्म को बनाने के फैसला लिया था। जो रामायण के पात्र है उसकी कहानी के बिलकुल ही उलट है। ये किरदारों को दिखाने का सही तरीका नही है। और ना ही उनकी मर्यादा को अमर्यादित तरीके से दिखाना। किसी को गले लगना भी नही होता था लेकिन इसमे तो किसिंग सीन को भी दिखाया गया है। इस पर पूरी गंभीरता से विचार करना होगा। इस फिल्म जो भी डॉयलाग लिखे गए है वो किसी भी तरह से नही पचाया जा सकता है।