अयोध्या: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को यहां श्रीराम मंदिर परिसर में रामलला की पूजा पाठ के बाद मंदिर गर्भगृह निर्माण के लिए आधारशिला की पहली ईंट रखी। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 5 अगस्त, 2020 को यहां अयोध्या धाम में राम मंदिर की आधारशिला का भूमि पूजन किया था। भव्य राम मंदिर के निर्माण का कार्य दिसम्बर, 2023 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
सीएम योगी ने इस अवसर पर कहा कि रामभक्तों की पांच सौ सालों की तड़पन खत्म होकर राम मंदिर निर्माण का सपना मूर्तरुप ले रहा है। उन्होने कहा कि अयोध्या धाम का यह भव्य-दिव्य श्रीराम मंदिर राष्ट्र मंदिर, भारत की आत्मीयता और विश्व भर के सनातनियों की आस्था का प्रतीक होगा। उन्होने कहा कि हमें अयोध्या को विश्व की सुंदरतम नगरी बनाना है।
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योगी ने कहा कि पिछले पौने दो साल से राम मंदिर का निर्माण कार्य तेजी से हुआ है और अब इसका कार्य और भी द्रुत गति से किया जाएगा। उन्होने स्वयं को सौभाग्य बताया क्योंकि वे अपना आंखों से राम मंदिर का निर्माण होते हुए देख रहा हैं। उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री की इच्छा के अनुरुप मंदिर भव्य और दिव्य रुप में तय समय में बन सकेगा। गर्भगृह की शिला रखने के पहले योगी आदित्यनाथ ने हनुमान गढी पहुंचे, जहां उन्होने हनुमान मंदिर में हुनमान जी के दर्शन किये। इसके साथ ही वे द्रविड शैली मंदिर भी गये थे।
राममंदिर गर्भगृह आधारशिला कार्यक्रम में देश भर के करीब ढाई सौ साधु-संत, राममंदिर निर्माण न्यास के प्रमुख पदाधिकारी और मंदिर निर्माण सघंर्ष से जुड़े लोग मौजूद रहे।