Amarnath Yatra 2023: 1 जुलाई से पवित्र अमरनाथ की यात्रा को लेकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम ,62 दिनों तक चलेगी यात्रा
Amarnath Yatra 2023: हिन्दुओं की पवित्र अमरनाथ यात्रा एक जुलाई से शुरू होने होने जा रही है। यात्रा में को कोई गड़बड़ी नहीं हो इसको लेकर सभी तरह की सुविधाएँ मुहैया की जा रही है साथ सुरक्षा के कड़े इंतजाम भी किये जा रहे हैं। जानकारी के मुताबिक सीआरपीएफ इस यात्रा को लेकर पूरी तरह से सजग है। इस यात्रा की पूरी सुरक्षा की जिम्मेदारी सीआरपीएफ के हाथ में हाथ में सौंपी गई है। अमरनाथ की यात्रा (Amarnath Yatra 2023) को लेकर रविवार को सीआरपीएफ (CRPF) के महानिदेशक एस.एल.थाउसेन ने पूरी यात्रा से लेकर बर्फानी बाबा तक की सुरक्षा की समीक्षा की है। किसी भी तरह की चूक न हो इसको लेकर पूरी तरह से मुस्तैदी बरती जा रही है। खासकर बालटाल आधार शिविर और बर्फानी बाबा की सुरक्षा को लेकर कई तरह के इंतजाम होने की बात कही जा रही है।
बता दें कि अमरनाथ यात्रा (Amarnath Yatra 2023) का हर साल श्रद्धालु बड़ी बेसब्री से इन्तजार करते हैं। बड़ी संख्या में भक्त यात्रा करते हैं और बर्फानी बाबा का दर्शन करके हर तरह के पापों से मुक्ति की कामना करते हैं। प्रशासन हर तरह की सुरक्षा तैयारियों में जुटा है। यात्रियों को कोई परेशानी नहीं हो इसको लेकर सभी तरह की सुविधाएं मुहैया कराई जा रही है। ठहरने से लेकर खाने पीने की व्यवस्था की जा रही है। स्वास्थ्य सेवा की व्यवस्था की गई है। ड्रोन के जरिए सुरक्षा को दुरुस्त किया जा रहा है। सीआरपीएफ के प्रमुख थाउसेन ने कहा है कि इस महत्वपूर्ण आयोजन की सफलता हमारी सामूहिक प्रतिबद्धता और अद्वितीय समन्वय पर निर्भर करती है।
बता दें कि दक्षिण कश्मीर के हिमालयी क्षेत्र में 3880 मीटर की ऊंचाई पर स्थित तीर्थ स्थल अमरनाथ (Amarnath Yatra 2023) के लिए एक जुलाई से यह यात्रा शुरू हो रही है। यह यात्रा 31 अगस्त तक चलेगी। सावन की पूर्णिमा को यह यात्रा समाप्त होगी। यह यात्रा कुल 62 दिनों तक चलेगी। सीआरपीएफ प्रवक्ता ने कहा है कि महानिदेशक ने अमरनाथ यात्रा 2023 के लिए तैनात सीआरपीएफ की परिचालन और प्रशासनिक तैयारियों की समीक्षा करने के लिए बालटाल ,डोमेल ,सरबल और नील ग्रंथ स्थित शिविरों का दौरा किया है और तैयारियों का जायजा लिया है।
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जानकारी के मुताबिक थाउसेन ने यात्रा परिचालन और तैयारियों को देखने के साथ साथ आपदा प्रबंधन को लेकर भी समीक्षा की है। पिछले साल अमरनाथ यात्रा (Amarnath Yatra 2023) के दौरान पवित्र गुफा के नजदीक बदल फट गए थे जिसे श्रद्धालुओं के कैंप के पास बढ़ आ गई थी। इस हादसे में करीब 13 श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी। अबकी बार इस तरह का कोई हादसा नहीं हो इसकी पूरी कोशिश की जा रही है। हर मार्ग को दुरुस्त किया जा रहा है। हर रास्ते पर आपदा प्रबंधन टीम को तैनात किया जा रहा है।