खराब मौसम के कारण लगातार तीसरे दिन अमरनाथ यात्रा स्थगित, 26 हजार से अधिक श्रद्धालु शिविर में फंसे
Amarnath Yatra: देश के लगभग हर हिस्से में भारी बारिश हो रही है। लगातार हो रही बारिश के चलते पहाड़ी राज्यों में मौसम खऱाब हो गया है। इसके चलते अमरनाथ यात्रा रोकनी पड़ी। उत्तराखंड में भी मूसलाधार बारिश हो रही है. वहीं बद्रीनाथ यात्रा भी छिनका के पास राष्ट्रीय राजमार्ग पर मलबा गिरने बंद हो गई है।
बता दें 24 जून को हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में मानसून ने दस्तक दी थी. तब से वहां लगातार बरसात हो रही है. मानसून में सड़क दुर्घटना, डूबना, आग लगना, सांप काटना, करंट लगना जैसी घटनाओं में 40 से अधिक लोगों की मौतें हुई हैं.
7 जुलाई शुक्रवार को भी प्रशासन ने श्रद्धालुओं के सातवें जत्थे को रवाना नहीं किया। बता दें नुनवान पहलगाम कैंप में 3,200 और बालटाल में बेस कैंप में 4000 यात्रियों को रोका गया है। यात्रियों के जत्थे को चंद्रकोट में रोका गया। वहीं यात्रा ट्रैक पर पहले से रूके 2,630 श्रद्धालुओं ने पवित्र गुफा के दर्शन किए है। अधिकारियों ने बताया कि 1 जुलाई के बाद से अब तक 80 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने बाबा बर्फानी के दर्शन किए है।
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वहीं खराब मौसम के कारण यात्रा रोकने के बाद अधिकारियों ने बालटाल और पहलगाम स्थित आधार शिविरों में फंसे अमरनाथ यात्रियों (Amarnath Yatra) अनुरोध किया है कि उन्हें जल्द से जल्द निकाला जाए. आपको बता दें बारिश और भूस्खलन के बाद 7 जुलाई यानि की शुक्रवार को यात्रा रोक दी गई थी। अनंतनाग जिले के 48 Km लंबे पारंपरिक पहलगाम मार्ग और गांदरबल जिले के 14km लंबे बालटाल मार्ग पर यात्रा को खास तौर पर रोका गया था। इससे करीब 50,000 तीर्थ यात्रियों को कश्मीर घाटी के विभिन्न आधार शिविरों में ठहरना पड़ा और करीब 19,000 श्रद्धालुओं को गांदरबल जिले (Ganderbal District) के बालटाल आधार शिविर में रोका गया है।
कई यात्री तो अपने सगे संबंधियों को लेकर चिंतित हैं। ट्विटर पर अधिकारियों से लोग मदद मांग रहे हैं। शेखर नाम के शख्स ने PMO और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ट्वीट करके मदद मांगी है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि कैंप में उसके कई रिश्तेदार बीमार हो गए हैं। ‘माननीय महोदय जी आपसे विनम्र निवेदन है हमारे कई रिश्तेदार और साथी बाबा अमरनाथ यात्रा (Amarnath Yatra) में 3 दिन से पंचतरणी में फंसे हुए है उनमें से कई का स्वास्थ्य अत्यधिक खराब हो चुका है लगातार हो रही बारिश और बर्फबारी से सब डरे हुए हैं। कृपया आप पंचतरणी में फंसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने में मदद करें।’