बारामूला। जम्मू कश्मीर के तीन दिवसीय दौरे केअंतिम दिन केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह बारामूला में खूब गरजे। उन्होने 70 साल तक जम्मू कश्मीर में सत्ता में रहे तीन परिवारों को खूब खरी खोटी सुनायी। उन्होने कहा कि ये लोग हमें सलाह देते हैं कि मैं आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान से बात करुं।
केन्द्रीय गृह मंत्री ने अमित शाह ने कहा कि मैं आतंक पर पाकिस्तान से कभी नहीं करुंगा। मैं जम्मू-कश्मीर के युवाओं और जनता से बात करुंगा। उनसे पूछता हूं कि उन्हें आतंकवाद से क्या हासिल हुआ। घाटी में 42 हजार लोग आतंकवाद की भेंट चढ चुके हैं।
शाह ने कहा कि घाटी में धीरे-धीरे आंतक कम हो रहा है। पहले की सरकारों ने यहां के युवाओं के हाथों में पत्थर व बंदूक थमायी थीं। मोदी सरकार ने कश्मीरी युवकों के हाथों में लैपटॉप व मोबाइल दिये। उन्होने मुफ्ती-अब्दुल्ला परिवारों पर जमकर निशाना साधा। इन परिवारों ने सत्ता में रहते हुए भ्रष्टाचार की सभी सीमाएं लांघी।
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गृह मंत्री अमित शाह के तीन दिवसीय दौरे में कश्मीरी मुस्लिमों में पूरा जोश देखने को मिला। शाह का भाषण सुनने के लिए उनकी रैलियों में मुस्लिम महिलाओं भारी संख्या में आयी। इसका संदेश पाकिस्तान तक गया। भाजपा नेता के प्रति जम्मू कश्मीर के लोगों उत्साह देखकर 70 साल तक इस राज्य की सत्ता पर काबिज रहने वाले नेताओं के होश उड़े हुए हैं।
अमित शाह न केवल पहाडी गुर्जर बरकवालों को साधने में कामयाब रहे, बल्कि पूरे जम्मू कश्मीर पर अपने अमिट छाप छोड़ने में कामयाब रहे। उन्होने बारामूला में संबोधन के दौरान अपने सामने से बुलेटप्रूफ पोडियम हटवाकर भयमुक्त होने का देश दिया। उन्होंने अब यहां रहने वाले आदिवासियों को अनुसूचित जनजाति का दर्जा दिलाने का भी भरोसा दिलाया।