Amitabh Bachchan: अमिताभ भी निभाते हैं पति होने का फर्ज़, पत्नी जया के लिए रखते हैं करवा-चौथ का व्रत
शो का लेटेस्ट एपिसोड (Amitabh Bachchan) काफी दिलचस्प रहा। शो में गुरुग्राम से आईं कंटेस्टेंट रुचि हॉटसीट पर बैठी थीं। इस रोमांचक एपिसोड में अमिताभ बच्चन ने खुलासा किया कि पहले वह अपनी पत्नी जया बच्चन के लिए करवा चौथ का व्रत रखते थे।
नई दिल्ली: फेमस क्विज रियलिटी टीवी शो ‘कौन बनेगा करोड़पति 14’ में शो के होस्ट अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) अक्सर अपने निजी जीवन से जुड़े कुछ खुलासे करते रहते हैं। शो का लेटेस्ट एपिसोड (Amitabh Bachchan) काफी दिलचस्प रहा। शो में गुरुग्राम से आईं कंटेस्टेंट रुचि हॉटसीट पर बैठी थीं। इस रोमांचक एपिसोड में अमिताभ बच्चन ने खुलासा किया कि पहले वह अपनी पत्नी जया बच्चन के लिए करवा चौथ का व्रत रखते थे।
सरनेम को लेकर कही ये बात
शो के दौरान जब अमिताभ बच्चन ने रुचि से उनका सरनेम पूछा, तो रुचि ने जवाब दिया, ‘मुझे लगता है कि हमारा सरनेम हमारी पहचान नहीं होना चाहिए, बल्कि हमारा नाम हमारी पहचान होनी चाहिए। मैं बचपन से ही सिर्फ रुचि रही हूं।’ रुचि के इस जवाब पर अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) को अपने बचपन का एक किस्सा याद आ गया
उन्होंने बताया, ‘मेरे पिता कभी भी जाति-पाति के चक्कर में नहीं पड़ते थे। उनका सरनेम बच्चन असल में एक ‘कवि का नाम’ था, या यूं कहें ‘पेन नेम’ था, लेकिन फिर मेरे एडमिशन के वक्त टीचर ने पूछा कि मेरा सरनेम क्या लिखा जाएगा?’ तब हरिवंश राय बच्चन ने ऑन द स्पॉट उनका सरनेम भी बच्चन रखने का फैसला किया था। अमिताभ ने बताया कि इस तरह से बच्चन बनने वाले वह अपनी पीढ़ी के पहले शख्स थे।
जया के लिए करवा चौथ का व्रत करते हैं अमिताभ बच्चन
तब गेम आगे बढ़ा और सवालों के बीच में रुचि ने बताया कि किस तरह उनके पति उनके लिए करवा चौथ का व्रत रखते हैं। इस पर अमिताभ बच्चन ने बिना किसी देरी के बताया कि वह भी शुरुआत में यह व्रत अपनी पत्नी के लिए रखा करते थे। अमिताभ बच्चन ने कहा, ‘शुरू-शुरू में हम भी रखते थे, फिर छोड़ दिए।’ रुचि अभी गेम में बरकरार हैं और अब वह अगले एपिसोड में भी नजर आएंगी।
इससे पहले, ‘कौन बनेगा करोड़पति 14’ के हॉटसीट पर सुमा नरसा प्रकाश थीं, जो कर्नाटक के बेंगलुरु से आई थीं। शो के दौरान जब एक गणित का सवाल आया था, तो सीनियर बच्चन को अपने बचपन से जुड़ा एक किस्सा याद आ गया था। उन्होंने साझा किया था कि वह अक्सर अपने पिता हरिवंश राय बच्चन के साथ मॉर्निंग वॉक पर जाते थे और वह उनसे टेबल सीखने के लिए कहते थे।
उन्होंने कहा था, “बचपन की याद आ गई, बाबूजी के साथ जाना पड़ता था, सुबह-सुबह 4-5 बजे… जब वो टहलने निकलते थे, जाना पड़ता था उनके साथ और वो बोलते थे पहाड़ा (टेबल्स) पढ़ो और जहां गलत हुआ, वहां पड़ती थी एक चपाट (थप्पड़)। ये सब हमको याद है।”