पौड़ी गढवाल। हरिद्वार में अंकिता भंडारी हत्याकांड को लेकर लोगों में भारी गुस्सा है। वे धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रदर्शनकारी हत्यारों को फांसी और परिवार को मुआवजे की मांग कर रहे हैं। वे शव का अंतिम संस्कार को तैयार नहीं हैं।
बता दें कि 18 सितम्बर को ऋषिकेश में चिला नहर में धक्का देकर अंकिता का मार डाला गया था। उसकी अपने दोस्त से हुई आखिरी चैट से साजिश का पता चला है।
हालांकि हरिद्वार के लक्ष्मण झूला पुलिस द्वारा तीनों हत्यारोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। तीनों को जेल भेजा जा चुका है। मुख्य आरोपी पुलकित आर्य के रिजॉर्ट पर बुलडोजर चल चुका है।
उसके पिता विनोद आर्य व भाई अंकित आर्य को भाजपा से निष्कासित किया जा चुका है। उसे भाई को पिछड़ा अन्य वर्ग आयोग के उपाध्यक्ष पद से हटा दिया गया है।
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अंकिता भंडारी हत्या मामले की जांच के लिए डीआईजी की अध्यक्षता में एसआईटी की जा चुकी है। इस सबके बावजूद उत्तराखंड के लोगो में भारी गुस्सा है। वे उसको न्याय दिलाने के लिए गढवाल-श्रीनगर मार्ग पर धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रदर्शनकारी हत्यारों को फांसी और परिवार को मुआवजे की मांग कर रहे हैं।
दरअसल अंकिता की हत्या से एक दिन पहले अपने दोस्त से बात हुई थी। उसे होटल में एक्सट्रा सर्विस करने के बाघ्य किया जा रहा था। एक बार नशे में एक ग्राहक ने उसे हग भी कर लिया था।
उस व्यक्ति ने उसे 10 हजार रुपये का लालच दिया था। जब इसकी शिकायत मैनेजर अंकित गुप्ता से की तो उसने शांत रहने कहा था। इससे साफ है कि होटल मालिक व मैनेजर उससे अनैतिक काम कराना चाहते थे। इसी का विरोध करने पर उसकी हत्या की गयी।