Nuh violence: नूंह हिसा मामले में पुलिस से हथियार छीनकर फायरिंग करने वाले आरोपी के साथ पुलिस की मुठभेड़ हुई है. हरियाणा के नूंह-मेवात में हुई हिंसा (Nuh violence) के बाद पुलिस तेजी से धरपकड़ अभियान कर रही हैं आपको बता दें 10 अगस्त को पुलिस एनकाउंटर के दौरान 2 आरोपियों मुनसैद और सैकूल में से सैकुल के पैर में गोली लगी थी जिसके बाद पुलिस ने दोनों आरोपियो को गिरफ्तार कर लिया था.
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इससे जुड़ी इस समय एक और बड़ी और अहम खबर सामने आई है। जहां नूंह हिंसा पर हो रही लगातार कार्रवाई के बीच एनकाउंटर किया गया है। बता दें 21 अगस्त सोमवार को नूंह हिंसा के एक इनामी बदमाश वसीम के पैर में गोली लगी जिसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. वसीम 25000 रूपए का इनामी बदमाश है. फिलहाल, अस्पताल में इनामी बदमाश का उपचार चल रहा है. उसके पास पुलिस की तलाशी के दौरान 1 अवैध देसी कट्टा और 5 कारतूस बरामद किए गए हैं।
घटना पर पुलिस के मुताबिक ये मुठभेड़ 21 अगस्त सोमवार रात 10:30 बजे हुई थी। दरअसल नूंह अपराध शाखा (CIA) निरीक्षक अमित को जानकारी मिली थी कि, हिंसा के मामले में संलिप्त एक आरोपी वसीम सीलखो पहाड़ के एक खंडहर में है। खबर मिलते ही पुलिस की टीम मौके पर पहुंची तो आरोपी द्वारा पुलिस पर दनादन फायर किया गया। जिसके बाद CIA टीम ने भी उनकी फायरिंग के जवाब में फायरिंग शुरू की। इस मुठभेड़ में आरोपी के दाएं पैर में गोली लग गई।
अफवाह फैलाने वाले 12 लोगों पर मुकदमा दर्ज
जानकारी के मुताबिक बता दें कि, नूंह हिंसा मामले में अब तक 61 FIR दर्ज हो चुकी हैं और 280 लोगों को इस कांड में हिरासत मे ले लिया है। बता दें सोशल मीडिया पर अफवाह वायरल को लेकर अब तक इस केस में 12 आरोपी पर FIR दर्ज हुई है और 1 को हिरासत मे ले लिया गया है।
क्या है पूरा मामला?
हरियाणा के मेवात-नूंह (Nuh violence) में 31 जुलाई की बात है जब बृज मंडल की यात्रा निकाली जा रही थी उसी दौरान कुछ उपद्रवियों ने यात्रा में पत्थर फेंकने शुरू किए। ये महज पत्थरबाजी तक ही सीमित नहीं रही छिटपुट सी हिंसा ने ज्वालामुखी का रूप ले लिया देखते ही देखते यह दो समुदाय के बीच बंट गई। हिंसा ने भयावह रूप लिया। ऐसा मंजर देखने को मिला जो बेहद ही डरावना रहा। घरों में तोड़-फोड़ की गई। सैकड़ों कारों को आग के हवाले कर दिया। साइबर थानों को अपना शिकार बना लिया गया। सड़कों पर बेहद ही खौफनाक मंजर पैदा कर दिया। सड़कों पर सरेआम गोलीबारी, आगनजी, तोड़फोड़ की गई। इतना ही नहीं उपद्रवियों ने पुलिसकर्मियों को भी नहीं बक्शा उन पर भी हमला किया था। जिससे दो होमगार्ड सहित कुल छह लोगों की हिंसा (Nuh violence) में जान चली गई। नूंह में हुई हिंसा के बाद हालात इस कदर बदल गए थे कि वहां पर लोग दिन में भी अपने घरों से नहीं निकल पा रहे थे। देखते ही देखते ये हिंसा नूंह से फरीदाबाद, गुरुग्राम तक पहुंच गई। जिसके बाद कई जिलों में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई और धारा 144 लागू करनी पड़ी।
बता दें कि अब तक कि 300 से ज्यादा उपद्रवियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। हिंसा ने लोगों की रूह कपा दी थी। जिस तरह से मणिपुर में जातीय हिंसा ने भयावह मंजर बना दिया था उसी तरह से हरियाणा के मेवात-नूंह में हिंसा से काफी लोग प्रभावित हुए थे।