आखिर अयोध्या मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में सभी राज्यपालों और मुख्यमंत्रियों को न्योता क्यों नहीं ?
UP Ayodhya Ram Mandir News! दुनिया के सबसे बड़े कार्यक्रमों में शुमार अयोध्या मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में देश के सभी मुख्यमंत्री और राज्यपालों को न्योत नहीं भेजा गया है। इस कार्यक्रम में यूपी के सीएम और राज्यपाल को छोड़कर कोई भी राज्यपाल और मुख्यमंत्री शिरकत नहीं कर रहे हैं। चुकी यह कार्यक्रम यूपी में हो रहा है और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ इस कार्यक्रम के मेजबान है इसलियए उन्हें ही इस कार्यक्रम में न्योता भेजा गया है साथ ही वहां के राज्यपाल आनंदी बेन पटेल को। लेकिन किसी अन्य राज्य के सीएम और राजयपाल को नहीं बुलाया गया है।
जानकारी के मुताबिक़ ऐसा इसलिए किया गया है कि अगर सभी राज्यपालों और मुख्यमंत्रियों को बुलाया गया तो उनके प्रोटोकॉल के हिसाब से सुरक्षा देने की गारंटी होनी चाहिए। मंदिर ट्रस्ट से जुड़े लोगों का कहना है कि इतनी बड़ी सुरक्षा व्यवस्था को कायम करना आसान नहीं होगा। सबके लिए अलग सुरक्षा व्यवस्था करना कठिन होगा और यही वजह है कि देश के बाकी मुख्यमंत्रियों और राज्यपालों को इस भव्य कार्यक्रम में नहीं बुलाया गया है।
जानकारी के मुताबिक़ इस भव्य कार्यक्रम में करीब सात हजार से ज्यादा वीआईपी पहुँच रहे हैं। देश के तमाम बड़े कारोबारी ,नेता ,खेल जगत के लोग ,साधू संत शिक्षाविद ,डॉक्टर ,वैज्ञानिक ,कला संस्कृति से जुड़े लोग शामिल हो रहे हैं। इसके साथ ही लाखों की सांख्य में आम लोग भी पहुंचेंगे। इसके साथ ही प्रधानमंत्री की सुरक्षा व्यवस्था को चौकस रखना होगा।
22 जनवरी को मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम होना है। इस कार्यक्रम की शुरुआत प्रधानमंत्री मोदी को ही करनी है। इसके साथ ही विपक्ष के भी कई नेताओं को बुलाया गया है। खबर ये भी है कि अन्य देशो से भी कई मेहमान आ रहे हैं। ऐसे में सभी के लिए सुरक्षा की व्यवस्था काफी जटिल काम है।
मंदिर ट्रस्ट से जुड़े लोगों ने यह भी कहा है कि कार्यक्रम की समाप्ति के बाद मंदिर का दरबाजा सबके लिए खोल दिया जाएगा। फिर जो लोग आएंगे उनकी सुरक्षा व्ववस्था अलग से तय की जा सकती है। लेकिन अभी यह सब संभव नहीं है।माना जा रहा है कि 22 जनवरी को अयोध्या में काफी भीड़ होगी। सबको ठहरने और खाने पीने की वयवस्था की जा रही है। बड़े स्तर पर टेंट शहर को भी बसाया गया है। टेंट में भी लाखों लोगो के ठहरने की व्यवस्था की जा रही है। अयोध्या के साथ ही बगल के सभी जिलों की सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है। सभी होटलों को आरक्षित कर दिया गया है। सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गए हैं ताकि कोई भी अराजक तत्व भीतर नहीं पहुँच सके।