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Bengluru Floods: बेंगलुरु से बाढ़ से हालात खराब, पानी भरने के बाद सड़कों पर चली नाव  

नई दिल्ली: कर्नाटक में भारी बारिश लोगों के लिए मुसीबत का सबब बन गई है। सितंबर का पहला हफ्ता बीतने वाला है, लेकिन राज्य में बारिश थमने का नाम नहीं ले रही। रविवार रात से शुरू हुई बरसात ने बेंगलुरु को पानी-पानी कर दिया है। सोमवार दिनभर बेंगलुरु के लोग बारिश से दो-चार होते नजर आए। सिलिकॉन सिटी में आए इस सैलाब ने रिहायशी इलाकों को भी नहीं बख्शा है। सिलिकॉन सिटी की पॉश कॉलोनियों में एनडीआरएफ की नाव चल रही है। सड़क पर कहीं बस फंसी है तो कहीं लग्जरी कारें तैरती नजर आ रही हैं।

इलेक्ट्रॉनिक सिटी बेंगलुरु में सबकुछ ठप होता नजर आ रहा है। बेंगलुरु में तेज बारिश के कारण बेलांदुर झील लबालब भर गई और झील का पानी ओवर फ्लो करने लगा। जिस रास्ते से पानी गुजरा वो इलाका पानी में डूबता गया।

कर्नाटक में क्यों कहर ढा रहे बादल?

मानसून का इंतजार सभी को रहता है, लेकिन जब बादल बेहिसाब बरसने लगते हैं तो लोगों की जान आफत में पड़ जाती है। बेंगलुरु में सोमवार की रात 13 से.मी. बारिश हुई जो कि राज्य में सबसे ज्यादा है। कर्नाटक के 16 जिलों में ज्यादा बारिश हो रही है। इसकी वजह शीर जोन बताया जा रहा है। समंदर से 5-6 किमी की ऊंचाई पर शीर जोन बनने की वजह से दक्षिण कर्नाटक में भारी बारिश हो रही है। बता दें कि शीर जोन का मतलब होता है कि किसी क्षेत्र में विपरीत हवाओं का भर जाना। इससे भारी बारिश होती है।

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IT कंपनियों को करोड़ों का हुआ नुकसान

बेंगलुरु में बारिश के वजह से सड़क पर पानी जमा हो गया। गाड़ियां रास्ते में फंस गई और लोगों को ऑफिस जाने के लिए कोई दूसरा रास्ता नज़र नहीं आया तो फिर ट्रैक्टर ही इंजीनियरों का सहारा बना। ट्रैक्टर से कई लोग अपने दफ्तर तो पहुंच गए, लेकिन कुछ लोगों को अपने घर जाने के लिए कोई रास्ता नजर नहीं आ रहा था। बेंगलुरु में हुई बारिश की वजह से अब तक IT कंपनियों को 225 करोड़ का नुकसान हो चुका है। बेंगलुरु में बारिश ने पिछले 8 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। ऐसे में अगर और बारिश हुई तो नुकसान का आंकड़ा बढ़ सकता है।

ट्रैक्टर की मदद से अपार्टमेंट से बाहर आए कार्पोरेट दिग्गज

कई कार्पोरेट दिग्गजों को अपने आलीशान घरों को छोड़कर ट्रैक्टर्स पर चढ़कर होटलों और दोस्तों के घरों के लिए निकलते देखा गया। दिव्यश्री 77° टाउन सेंटर, दिव्यश्री 77 प्लेस, शोभा पल्लाडियन, एप्सिलॉन आवासीय विला, रोहन झरोका और साई गार्डन जैसे हाई अपार्टमेंट ने बारिश के बाद आई बाढ़ का खामियाजा उठाया। यहां रह रहे कॉरपोरेट सेक्टर के बड़े-बड़े अफसरों को अपने घरों से निकलने के लिए ट्रैक्टर का सहारा लेना पड़ा।

रिहायशी इलाकों में ड्रेनेज सिस्टम की खुली पोल

बेंगलुरु में सड़कों पर नाव चलने लगी है। बारिश ने बेंगलुरु के पॉश इलाके में ड्रेनेज सिस्टम की पोल खोलकर रख दी। बारिश के बाद बेंगलुरु के सरजापुरा रोड पर करीब 4 फीट तक पानी जमा हो गया। कॉलोनी में पानी घुसा तो लोगों की मुश्किलें बढ़ गई और लोग घरों में कैद हो गए। ऐसे में लोगों को बचाने के लिए रेस्क्यू टीम को बुलाया गया और बोट के सहारे लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया। रेनबो ड्राइव जैसा ही हाल उसके पास बनी कॉलोनी सनी ब्रुक्स का भी रहा। लोगों के घरों में पानी घुसने से मुसीबत बढ़ गई।

Shubham Pandey। Uttar Pradesh Bureau

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