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Bijnor News In Hindi: प्रकृति के साथ फिर से जुड़े अपने आप के साथ फिर से जुड़े।

प्रकृति के साथ फिर से जुड़े अपने आप के साथ फिर से जुड़े

Bijnor Samachar: दिल्ली पब्लिक स्कूल,बिजनौर की प्रधानाचार्या (Principal) पायल कपूर ने ग्रीष्मकालीन अवकाश के सदुपयोग के विषय में छात्रों का मार्गदर्शन करते हुए बताया कि गर्मी की छुट्टियाँ सिर्फ पढ़ाई से छुट्टी (Holiday) नहीं,बल्कि नए जुनून की खोज करने,प्रतिभाओं को पोषित करने और आदर्शवादी व्यक्तियों के रूप में विकसित करने का एक अवसर है. जो छात्रों (Student) को प्रकृति के साथ फिर से जोड़ने और अपनी कार्यक्षमता को पहचानने का मौका देती है।इस समय छात्रों को अपने माता-पिता,दादा-दादी और अन्य परिवार की सदस्यों के साथ समय बिताना चाहिए जिससे वे अपने परिवार के साथ मजबूत बंधन विकसित कर सकें और अच्छी स्मृतियाँ संजोकर रख सके।छात्रों को मैदानी खेल (Field games) आउटडोर खेल और रचनात्मक कार्य में भाग लेना चाहिए जिससे उनका शारीरिक विकास हो सके और छात्रों को प्रकृति के प्रति अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए पेड़ लगाने चाहिए और उनकी देखभाल करनी चाहिए जिससे छात्रों में जिम्मेदारी और प्रकृति के प्रति प्रेम की भावना विकसित हो सके।समर ब्रेक में छात्रों को आध्यात्मिक ज्ञान की ओर अग्रसर होना चाहिए।जिसमें उन्हें आध्यात्मिक विकास पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए और धार्मिक पुस्तकों (Book) को पढ़ना चाहिए।

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इससे छात्रों में स्वयं और उनके आसपास की दुनिया के बारे में गहरी समझ विकसित होगी।प्रधानाचार्य ने छात्रों को फोन के अत्यधिक उपयोग के दुष्परिणामों के बारे में और गर्मी के समय गुस्सा आना,चिड़चिड़ापन और मानसिक तनाव जैसी अवसाद से बच्चों को सचेत किया और स्क्रीन समय को कम करने के लिए प्रेरित किया। छात्रों को अत्यधिक सोशल मीडिया  के इस्तेमाल और संदेह रहित मैसेज पर प्रतिक्रिया देने से मना किया।उन्होंने छात्रों सकारात्मक गतिविधियों की ओर प्रेरित किया जैसे भाषाशैली,कविता लेखन,कम्प्यूटर प्रतियोगिता (Competition),खेल,तैराकी,बागवानी,आदि। इसके अलावा गर्मियों की छुट्टियाँ बच्चों को अपने कौशल और रुचियो का पता लगाने की अवसर प्रदान करती है। वह कार्यशालाओं या कक्षा में भाग ले सकते हैं जिससे उनकी रचनात्मकता,कल्पना और आलोचनात्मक सोच को बढ़ावा मिलता है।

Naeem Ansari

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